-छात्रवृत्ति घोटाले में अब तक 35 कॉलेजों की हुई जांच
-8 के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा, कार्रवाई की जद में आए 15 दागी
Meerut : फर्जी छात्रों की छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति हो हड़प रहे कॉलेज संचालकों के खिलाफ शिकंजा कस दिया गया है। डीएम बी। चंद्रकला के निर्देश पर 35 कॉलेजों के परीक्षण के बाद दागी घोषित 15 कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई हुई। आठ के खिलाफ समाज कल्याण अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया तो वहीं 7 कॉलेजों को ब्लैक लिस्ट घोषित करने के लिए शासन को लिखा है।
35 कॉलेज के खिलाफ जांच
वित्तीय वर्ष 2016-17 में मेरठ के 35 कॉलेजों में अनुसूचित जाति के दशमोत्तर छात्रों की छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति की जांच की गई। डीएम बी। चंद्रकला के निर्देश पर यह ऑपरेशन चलाया गया। प्रशासन के 34 वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर जाकर छात्रों की स्थिति की पड़ताल के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने मौके पर जाकर पाया कि ज्यादातर स्कूलों ने फर्जी छात्रों के एडमीशन दिखा रखे हैं जबकि उपस्थिति 50 फीसदी से भी कम थी।
15 के खिलाफ कार्रवाई
जिला समाज कल्याण अधिकारी उमेश द्विवेदी ने बताया कि अब तक 15 कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई को अमल में लाया गया है। छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की रकम हड़पने के आरोपी 8 कॉलेजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया जबकि 7 अन्य को ब्लैक लिस्ट घोषित करने के लिए गुरुवार को डीएम बी। चंद्रकला ने शासन को लिखा है। अन्य स्कूलों का रिकार्ड भी डीएम ने सुरक्षित रख लिया है। जांच-पड़ताल जारी है। कम छात्र संख्या वाले 25 से अधिक स्कूलों को नोटिस दिया गया है।
इन पर मुकदमा
1-दयानंद विद्यापीठ एजुकेशन इंस्टीट्यूट, शोल्दा, गढ़ रोड
2-एपीएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नॉलॉजी, भूनी चौक, सरधना
3-एपीएस कॉलेज, खिवाई
4-ऋषि इंस्टीट्यूट, परतापुर
5-एलटीआर इंस्टीट्यूट, बागपत रोड
6-आरएन कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट, हस्तिनापुर
7-महालक्ष्मी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नालॉजी
8-एआर इंस्टीट्यूट, मवाना
ये होंगे ब्लैकलिस्ट
1-फकीरचंद्र विद्यापीठ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट गढ़ रोड
2-कस्तूरी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी सरधना रोड
3-कस्तूरी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, नानू, सरधना
4-किशन इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स एजुकेशन दिल्ली रोड
5-पद्मावती इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज दशरथपुर मेरठ
6-दया इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी
7-भारती इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नालॉजी
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वर्जन
अनुसूचित जाति के छात्रों छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति के नाम पर बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है। कई कॉलेजों ने फर्जी छात्रों का डेटा शासन को भेज दिया। 15 के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 8 के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में थाना सिविल लाइन्स में मुकदमा दर्ज कराया गया है जबकि गुरुवार को 7 कॉलेजों को ब्लैक लिस्ट घोषित करने के लिए शासन को लिखा गया है।
उमेश द्विवेदी, जिला समाज कल्याण अधिकारी