RANCHI : सऊदी अरब के दम्माम शहर में इसी साल 26 जनवरी को एक सड़क हादसे में जान गंवाने वाले तीन युवकों का शव लंबे इंतजार के बाद गुरुवार को पटना पहुंचा। रांची के नेजामनगर निवासी मो एकराम के पुत्र इमरान एकराम के साथ ही जमशेदपुर निवासी मो इस्लाम अंसारी के पुत्र फिरोज अंसारी और सीतामढ़ी (बिहार) के किशोर सहानी के पुत्र विनोद सहानी की मौत उसी हादसे में हुई थी। तीनों का शव 77 दिनों तक दम्माम के ही एक सरकारी अस्पताल में पड़ा रहा।

रातू रोड कब्रिस्तान में जुमे की नमाज के बाद मिट्टी

इमरान का शव लाने के लिए देर रात ही परिजन पटना रवाना हो गए। इमराम के भाई सलमान ने बताया कि शुक्रवार की सुबह एंबुलेंस से शव रांची पहुंचेगा। नेजाम नगर स्थित घर से जुमे की नमाज के बाद दिन के दो बजे जनाजा निकलेगा। रातू रोड कब्रिस्तान में ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।

घर का माहौल गमगीन, जुटने लगे लोग

शव आने की सूचना के बाद नेजाम नगर स्थित मृतक इमरान के घर का माहौल गमगीन हो गया। पिछले ढाई महीने से परिजनों के साथ-साथ मुहल्ले के लोगों को भी शव की वापसी का इंतजार था। जब इस बात की खबर मिली कि शव भारत आ चुका है, तो घर पर लोग जुटने लगे। सभी यह जानना चाहते थे कि मिट्टी कब होगी?

समाजसेवी ज्योति ने की मदद

तीनों के शव भारत मंगवाने के लिए रांची के समाजसेवी ज्योति शर्मा ने परिजनों की काफी मदद की। 'दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट' में मौत की खबर प्रकाशित होने के बाद वे लगातार विदेश मंत्रालय और सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क में रहे। उन्होंने शव रांची लाने के लिए आर्थिक सहयोग की भी पेशकश की है।

दो और शव भी घर भेजे गए

मो इस्लाम अंसारी के पुत्र फिरोज अंसारी का शव पटना से उनके परिजन जमशेदपुर ले गए। वहीं किशोर सहानी के पुत्र विनोद सहानी का शव भी परिजन सीतामढ़ी (बिहार) ले गए। उनके पैतृक निवास पर शवों का अंतिम संस्कार होगा।