RANCHI : निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर के चेयरमैन डॉ बीएस तोमर की गिरफ्तारी वारंट लेकर चुटिया पुलिस राजस्थान रवाना हो गई है। इस टीम में तीन पुलिस पदाधिकारी शामिल हैं। निम्स डायरेक्टर के खिलाफ एक छात्रा की ओर से करीब डेढ़ साल साल पहले चुटिया थाने में छेड़छाड़ व रेप करने की कोशिश करने का मामला दर्ज कराया गया था।

10 लाख का दिया था लालच

छेड़खानी व रेप करने की कोशिश करने का आरोप लगने के बाद निम्स डायरेक्टर बीएस तोमर ने भी छात्रा के पिता बीके त्रिपाठी के खिलाप यौन शोषण का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया था। इतना ही नहीं, उन्होंने केस मैनेज करने के नाम पर 10 करोड़ रूपए लालच भी दिया था, जिसे पीडि़ता ने ठुकरा दिया था।

पुलिस पर भी लगा था आरोप

बीके त्रिपाठी और उनकी बेटी ने जूनियर और सीनियर पुलिस अधिकारियों पर भी आरोप लगाये थे। बीके त्रिपाठी ने कहा कि वारंट जारी होने के बाद उन्होंने कई बार डॉ बीएस तोमर के लोकेशन की जानकारी सीनियर पुलिस अफसरों के अलावा रांची एसएसपी को दी थी, इसके बावजूद बीएस तोमर गिरफ्तार नहीं किए गए थे।

यह है पूरा मामला

पिछले साल फरवरी में डॉ बीएस तोमर के खिलाफ चुटिया थाने में छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास की एफआईआर दर्ज कराई गई थी। आरोपी डॉ तोमर एक न्यूज चैनल से भी संबद्ध हैं। छात्रा का आरोप है कि डॉ। तोमर अपने उसी न्यूज चैनल के इनॉगरेशन के सिलसिले में 25 अक्टूबर 2014 को रांची आए थे। कार्यक्त्रम के बाद तोमर ने उसे बुलाया और कहा कि वह उसे स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत यूरोप भेजना चाहते हैं। तोमर ने उसे अपने कमरे में बुलाया और उसके पास बैठ गए और छेड़खानी करने लगे। इसके बाद वे लगातार छेड़छाड़ की कोशिश करते रहे। पांच फरवरी 2015 को छात्रा रांची पहुंची और अपने परिजनों को मामले की जानकारी दी। उसके बाद परिजनों के प्रयास से चुटिया थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।