-बर्रा में दिनदहाड़े बड़ौदा ग्रामीण बैंक बैंक में लूट की कोशिश, दोनों लुटेरे दबोचे गए

- पिस्टल लहराते हुए बैंक से बाहर भाग रहे लुटेरे से भिड़ गए बुजुर्ग भूपेंद्र मिश्रा

-महिला बैंककर्मी की समझदारी और दो बहादुरों की दिलरी से दोनों लुटेरे पकड़े गए

KANPUR : चोर-बदमाशों या लुटेरों से लड़ने के लिए पुलिस या किसी हथियार की नहीं सिर्फ जिगर की जरूरत होती है। शुक्रवार को बर्रा में अपने दम पर एक निहत्थे बुजुर्ग ने बैंक लूट को नाकाम कर यह साबित कर दिया। उन्होंने गजब की बहादुरी दिखाते हुए हथियारबंद लुटेरे को अपनी जकड़ में लेकर न सिर्फ बैंक को लुटने से बचाया बल्कि कई लोगों की जान भी बचाई। क्योंकि बर्रा स्थित बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक में लूट करने घुसे लुटेरों ने धमकी दी थी कि अगर कोई उनके रास्ते में आया तो वह गोली मार देंगे। लुटेरों ने धमकी को सच करते हुए बैंक के अंदर फायर भी किया लेकिन बुजुर्ग की दिलेरी और एक महिला बैंक इम्पलाई की समझदारी के आगे उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो सके। पुलिस ने दोनों लुटेरों को गिरफ्तार कर पिस्टल और बाइक बरामद कर ली। एसएसपी ने खुद मौके पर पहुंचकर बहादुर युवकों को शाबाशी दी।

शोर मचाया तो गोली मार दूंगा

बर्रा विश्वबैंक जे ब्लाक में बड़ौदा ग्रामीण बैंक है। दोपहर करीब क्ख्.क्भ् बजे बैंक में रोजाना की तरह कामकाज चल रहा था। तभी बैंक के अंदर गोली चलने की आवाज से पूरा स्टाफ और कस्टमर्स सहम गए। लोग जहां के तहां ठिठक गए। चुपके से नजर उठा कर देखा तो एक शातिर बैंक की असिस्टेंट मैनेजर वीना चौधरी की कनपटी पर पिस्टल ताने खड़ा हुआ था। लुटेरे ने चिल्लाकर कहा कि अगर किसी ने भी शोर मचाने या अपनी जगह से हिलने-डुलने की कोशिश की तो गोली मार दूंगा। मैं जो कह रहा हूं, उसको करते जाओ। मैं पैसे लेकर चला जाऊंगा, लेकिन किसी ने हरकत की तो वह अपनी मौत का जिम्मेदार खुद होगा। यह सुनते ही लोगों की सांस अटक गई। लुटेरे ने वीना के काउंटर में बैग फेंककर उसमें रुपये भरने के लिए कहा। इस बीच वह बगल वाले काउंटर में कुछ हरकत होने पर वहां चला गया। इसे देख वीना ने हिम्मत दिखाते हुए इमरजेंसी अलार्म बजा दिया। लुटेरे को लगा कि कैशियर ने अलार्म बजाया है। इसलिए उसने कैशियर के काउंटर की तरफ सीधा फायर कर दिया। इधर, सायरन से बैंक के बाहर लोगों की भीड़ जमा होने लगी। खुद को फंसता देख लुटेरे ने भागने की कोशिश की। उसका एक साथी बाइक स्टार्ट कर बाहर तैयार ख्ाड़ा था।

दूसरे लुटेरे का रामेंद्र से हुआ सामना

लुटेरा खुली पिस्टल लेकर भागता हुआ बैंक के बाहर आ गया। यह देखते हुए लोगों को समझने में देर नहीं लगी कि माजरा क्या है। लेकिन, हाथों में पिस्टल सभी के कदम पीछे हट गए। तभी पब्लिक के बीच से बुजुर्ग भूपेंद्र किशोर मिश्रा से रहा नहीं गया और उन्होंने बहादुरी दिखाते हुए पीछा कर लुटेरे को पकड़ लिया। लुटेरे ने उन पर तमंचा तान दिया, लेकिन भूपेंद्र घबराए नहीं, बल्कि वे पिस्टल पकड़कर लुटेरे से भिड़ गए। साथ को फंसता देख दूसरा लुटेरो बाइक बढ़ाकर भागने लगा, लेकिन बाइक ने उसको धोखा दे दिया। कुछ दूर जाकर उसकी बाइक बंद हो गई। वह बाइक स्टार्ट कर रहा था कि जरौली निवासी रामेन्द्र शुक्ला ने उसको पकड़ लिया। इसके बाद दोनों लुटेरों को पीटते हुए पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।

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उधार चुकाने के लिए लूट की सजिश

पुलिस पूछताछ में पता चला कि नौबस्ता नारायणपुरी निवासी विजय कुमार पांडेय उर्फ पंडित और गल्लामंडी निवासी साथी ज्ञानेंद्र बैंक में लूट करने आए थे। विजय बैंक के अंदर गया था, जबकि ज्ञानेंद्र बैंक के बाहर खड़ा था। दोनों ने पूछताछ में बताया कि वे संदीप गुप्ता नाम युवक के यहां काम करते हैं। दोनों अय्याश प्रवृत्ति के है। दोनों ने करीब साढ़े चार लाख रुपये उधार लेकर खर्च कर दिया था। इसे अदा करने के लिए दोनों ने लूट की साजिश रची थी। पंडित बेहद शातिर है और मुंबई में भी लूट के मामले में जेल जा चुका है। पूछताछ में उसने करीब आधा दर्ज लूट की वारदात कबूल की हैं पुलिस दोनो को शनिवार को कोर्ट में पेश करेगी।

शरीर नहीं, जिगर होना चाहिए

मौके पर पहुंचे एसएसपी अखिलेश कुमार ने महिला बैंक कर्मी वीना और दोनों बहादुर जिगर वाले भूपेंद्र व रामेन्द्र को शाबाशी दी। भूपेंद्र इकहरे बदन के है, लेकिन इसके बाद भी वह लुटेरे से भिड़ गए। लुटेरे ने उन पर तमंचा भी तान दिया था, लेकिन वह डरे नहीं। एसएसपी अखिलेश कुमार ने भूपेन्द्र की पीठ थपथपाते हुए कहा कि बहादुरी के लिए शरीर की नहीं, बल्कि जिगर होना चाहिए।