-दो साल बाद जिले के अंदर तबादला करने का फरमान जारी किया गया

-पंचायत चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही ट्रांसफर नहीं हो सकेंगे

KANPUR:

बेसिक एजुकेशन सेक्रेट्री हीरालाल ने दो साल बाद टीचर्स को ट्रांसफर का तोहफा दिया है, लेकिन हकीकत यह है कि ये तोहफा टीचर्स के लिए एक 'लॉलीपाप' से ज्यादा और कुछ नहीं है। दरअसल सेक्रेट्री की तरफ से डिस्ट्रिक्ट के अंदर एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक या फिर ब्लॉक के अंदर ही टीचर्स के ट्रांसफर करने का फरमान सभी बीएसए को जारी कर दिया है, लेकिन जल्द ही पंचायत चुनाव आचार संहिता लग जाएगी। जिसके बाद टीचर्स के ट्रांसफर एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में नहीं हो सकेंगे।

15 अक्टूबर तक होंगे तबादले

परिषदीय टीचर्स के ट्रांसफर की प्रक्रिया 10 सितंबर से शुरू होगी और अधिकतम 15 अक्टूबर तक चलेगी। इसके लिए टीचर्स को 10 सितंबर से जारी प्रोफार्मा पर आवेदन करना होगा जो कि एबीएसए फारवर्ड करके बीएसए के पास भेजेंगे।

बीएसए के पास अप्लीकेशन जाएगी

अहम बात यह कि एकल विद्यालय बंद नहीं किया जाएगा। अगर दो टीचर्स हैं और दोनों तबादला चाहते हैं तो तीन स्कूलों के नाम देंगे, लेकिन इस स्कूल में अगर कोई नहीं आ रहा है तो फिर तबादला नहीं किया जाएगा। खाली स्कूलों की लिस्ट पांच सितंबर को जिले की एनआईसी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। तबादला चाहने वाले टीचर्स 10 सितंबर तक अप्लीकेशन देंगे ओर 12 को एबीएसए इन सभी अप्लीकेशंस को बीएसए के पास भेज देंगे। जिसके बाद 19 सितंबर तक लिस्ट जारी कर दी जाएगी।

दो साल से नहीं हुए तबादले

नाम न छापने की शर्त पर प्राथमिक शिक्षक संघ के एक नेता ने बताया कि निश्चित तौर पर यह टीचर्स को लॉलीपाप दिया गया है। हकीकत तो यही है कि टीचर्स का ट्रांसफर प्रॉसेस जब तक पूरा हो पाएगा, उसके पहले ही पंचायत चुनाव की आचार संहिता लागू हो जाएगी। ऐसे में किसी भी टीचर का ट्रांसफर नहीं हो पाएगा। उन्होंने बताया कि यह ट्रांसफर प्रक्रिया कुछ वैसी ही है, जैसे कि वर्ष 2012 में मायावती सरकार ने ट्रांसफर का फरमान जारी किया और आचार संहिता लग गई थी। उन्होंने बताया कि बीते दो साल से जिले के अंदर कोई भी तबादला नहीं हुआ है। अगर हुआ है तो वह सचिव से अनुमोदन लेकर किया गया है।

बेसिक एजुकेशन सेक्रेट्री ने जो निर्देश दिए हैं, उसी के अनुसार टीचर्स के जिले के अंदर ट्रांसफर किए जाएंगे। ऑफिसर्स जिस तरह के निर्देश देंगे, उसका अनुपालन किया जाएगा।

-वीपी सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी कानपुर नगर