- आसमान से बरसी आग, पारा 44.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा

-शरीर झुलसा, दोपहर में रोड्स पर छाया सन्नाटा

KANPUR: मंडे को गर्मी ने पिछले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। पारा 44.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दोपहर में तो ऐसा लगा मानों आसमान से आग बरस रही हो। मौसम का भयावह रूप देखकर लोग सहम गए। लोग घर, दुकानों, ऑफिस से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा सके। एसी, कूलर के सामने ही डटे रहे। जो लोग जरूरी कामों से बाहर निकले, उन्हें लगा कि शरीर झुलस गया है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले दो दिनों में बदली और छिटपुट बारिश के कारण कुछ राहत मिल सकती है।

ॉर्मल टेम्परेचर से ज्यादा

मौसम के सख्त तेवरों का अहसास सुबह से ही होने लगा। सूरज की तपिश और गर्म हवाओं के कारण सुबह 10 बजे ही पारा 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। दोपहर के 12 बजते-बजते ऐसा लगने लगा मानों आसमान से आग बरस रही है। रोड्स पर सन्नाटा छाने लगा। बाइक, स्कूटी से चल रहे लोगों को शरीर ढके होने के बावजूद झुलसता हुआ महसूस होने लगा। खुद को तपिश से बचाने के लिए लोग पेड़ व अन्य छायादार स्थल तलाशते नजर आए और कोल्ड ड्रिंक, शिकंजी, पनाह, लस्सी से गला तर करते नजर आए। सीएसए के मौसम वैज्ञानिक की मानें तो मंडे को मैक्सिमम व मिनिमम टेम्परेचर क्रमश: 44.4 और 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मैक्सिमम व मिनिमम टेम्परेचर दोनों ही नॉर्मल से अधिक दर्ज हुए। मैक्सिमम टेम्परेचर जहां नॉर्मल से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, वहीं मिनिमम टेम्परेचर नॉर्मल से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा है।

मिल सकती है कुछ राहत

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक लगातार आसमान साफ रहने और पश्चिमी व उत्तरी पश्चिमी हवा बहने के कारण जबरदस्त गर्मी पड़ रही है। 1971 से अब तक 2 मई को कभी टेम्परेचर 44.4 डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचा। हालांकि दो दिनों में मौसम के सख्त तेवरों से कुछ राहत मिलने के आसार जताए जा रहे हैं। सीएसए के टेक्निकल वेदर एक्सपर्ट राजवीर सिंह ने बताया कि 3 और 4 मई को शहर या आसपास जिलों बदली के छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि इसके बाद फिर जबरदस्त गर्मी का सामना करना पड़ेगा।