शहर और अंचल के 65 स्कूलों में हुआ इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट

स्टूडेंट्स ने दिखाई मेधा, सेंटरों पर जुटी हजारों की भीड़

विद्यामंदिर क्लासेस और जेपीएल थे आईआईटी के नालेज पाटनर allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD:

खुद को परखने के लिए प्लेटफार्म मिला तो बच्चों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। क्या वो भविष्य में किसी बड़े कंपीटीशन को बीट कर सकते हैं? उनका कांफिडेंस लेवल कैसा है? अभी दिमाग में नॉलेज की जो पोटली है, क्या उसके सहारे भविष्य की दिशा तय की जा सकती है? इस तरह के तमाम सवालों से पार पाने के लिए बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स बुधवार को शहर और अंचल के अलग-अलग स्कूलों में आयोजित इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट का हिस्सा बने। जागरण प्रकाश लिमिटेड और विद्या मंदिर क्लासेस की ओर से आयोजित टेस्ट में शामिल बच्चों के अंदर करियर संवारने की फिक्र तो दिखी ही, उनका उत्साह भी सातवें आसमान पर था। स्कूलों के बाहर अपने बच्चों के इंतजार में खड़े पैरेंट्स भी पूरे जोश में थे। उनका तर्क था कि बच्चे इसके जरिए अपना एनालिसिस कर सकते हैं। ये चीजें आइंदा भी काम आएंगी।

खूब लगाया दिमाग

आईआईटी में क्लास फिफ्थ से ट्वेल्थ तक के स्टूडेंट्स को शामिल होना था। पेपर भी इसी ढंग से तैयार कराया गया था कि स्टूडेंट्स के आई क्यू लेवल के साथ उसका इंट्रेस्ट ऑफ पर्टिकुलर सब्जेक्ट भी परखा जा सके। मानइस मार्किंग भी रखी गई थी। इसके चलते स्टूडेंट्स ने इंट्रेस्ट के सवालों को हल करने में खूब दिमाग का इस्तमाल किया। टेस्ट के दौरान स्टूडेंट्स कई प्रश्नों को सॉल्व करते समय अपनी ओर से पूरी सावधानी बरतते दिखाई दिए।

अंचल के छात्रों में भी रहा उत्साह

शहर के साथ ही अंचल में भी टेस्ट का आयोजन किया गया था। बच्चों ने स्कूल टाइम में ही टेस्ट में पार्टिसिपेट किया। शहर की तरह अंचल के स्कूल के बच्चों में भी उत्साह दिखाई दिया। बच्चों के साथ ही टीचर्स भी काफी उत्साहित थे। वहीं बड़ी संख्या ऐसे स्टूडेंट्स की भी रही, जिन्होंने पहली बार ओएमआर बेस्ड टेस्ट में पार्टिसिपेट किया।

आकलन से बढ़ा हौसला

बातचीत के दौरान बच्चों ने बताया कि उन्होने आज के पहले कभी भी ओएमआर शीट का यूज नहीं किया था। इसके साथ ही आई क्यू लेवल के प्रश्नों को भी बच्चों ने खूब तारीफ की। उनका तर्क था कि इस टेस्ट में शामिल होने के बाद खुद का आकलन करने में आसानी होगी। एहसास हुआ कि आगे की तैयारी की किस पैटर्न पर की जा सकती है।