- ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने किया विधानभवन के घेराव का ऐलान

- बुधवार को शहर में जुटेंगे प्रदर्शनकारी, एलआईयू हुई सतर्क

LUCKNOW :

सहारनपुर में भड़की जातीय हिंसा पर लगाम कसने में जुटी पुलिस के लिए दूसरी बड़ी मुसीबत खड़ी होने वाली है। आगामी 31 मई को सहारनपुर कांड और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ कुछ संगठनों ने विधानभवन को घेरने की रणनीति बनाई है। हैरत की बात यह है कि सोशल मीडिया के माध्यम से इसका संदेश पूरे प्रदेश में तेजी से फैल रहा है लेकिन लखनऊ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है। कानून-व्यवस्था को लेकर निशाने पर आई योगी सरकार पर दबाव बनाने के लिए बुधवार को जीपीओ से लेकर विधानभवन तक हजारों लोगों द्वारा मार्च करने की तैयारी है।

ज्वाइंट एक्शन कमेटी दिया नाम

व्हाट्सएप पर तेजी से इस बाबत वायरल हो रहे मैसेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी की ओर से जारी किए गये हैं। इस कमेटी में कौन से संगठन शामिल हैं, इस बारे में पुलिस को अभी कोई जानकारी हाथ नहीं लगी है। राजधानी की एलआईयू ने इससे जुड़े कुछ लोगों के नंबर जरूर जुटाए हैं, लेकिन इससे आगे की कवायद नहीं की जा सकी है। वहीं जिस तरह के मैसेज तैयार करके उन्हें वायरल किया जा रहा है, उससे साफ है कि इसके पीछे कुछ बड़े संगठनों का हाथ है जो सहारनपुर में जातीय हिंसा को लेकर राजधानी में बड़ा प्रदर्शन करना चाहते हैं। अब देखना यह है कि 31 मई को सुबह दस बजे होने वाले इस प्रदर्शन पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस क्या रणनीति अपनाती है।

फिलहाल इस तरह का कोई प्रदर्शन होने की जानकारी नहीं है। यदि कोई संगठन बिना अनुमति के प्रदर्शन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- अभय प्रसाद

एडीजी, लखनऊ रेंज

कुछ इस तरह के मैसेज एलआईयू को मिले हैं जिनमें प्रदर्शन करने वालों के फोन नंबर भी हैं। इस मामले की जांच करायी जा रही है।

- एके सिंह

सीओ, एलआईयू

सपा आज देगी राज्यपाल को ज्ञापन

वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी प्रदेश की बदहाल कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सोमवार को राज्यपाल राम नाईक को संबोधित ज्ञापन सौंपेगी जिसमें राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग की जाएगी। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी के जिला पदाधिकारी सोमवार को प्रत्येक जनपद में डीएम के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में योगी सरकार बनते ही कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक हैं। अपराधियों को जेल भेजने की चेतावनी के बाद तो अपराधों की बाढ़ सी आ गयी हैं।