-डुडवा-जमौली गांव में प्रस्तावित सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट की स्थापना के लिए एनटीपीसी ने प्रक्रिया की तेज

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KANPUR: 1320 मेगावाट सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। एनटीपीसी मैनेजमेंट किसानों को मुआवजा राशि के लिए करार रह रहा है। जिसके बाद पॉवर प्लांट का रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा। डुूडवा-जमौली गांव में प्रस्तावित सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट की स्थापना के लिए काफी दिनों से कवायद चल रही है। किसानों से करार की प्रक्रिया काफी तेज है, क्योंकि किसानों से करार के बाद ही आगे की कार्रवाई की जा सकेगी।

1800 किसानों से हुआ करार

करीब 1800 किसानों से करार की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अभी 200 किसानों से ये करार करना बाकी है। एनटीपीसी प्रबंधन की पूरी कोशिश है कि इनसे करार सितंबर में कर लिया जाए। जिससे आगे की कार्रवाई की जा सके। सूत्रों के मुताबिक एनटीपीसी प्रबंधन चाहता है कि बहुत जल्द वहां पर काम शुरू हो जाए। करार के बाद ही प्रशासन एनटीपीसी को भूमि पर कब्जा देगा, जिसके बाद ही काम शुरू हो पाएगा।

5 साल पहले शुरू हुआ था काम

एनटीपीसी ने डुडवा जमौली, मदाराराय गुमान उत्तरी आदि गांवों में 1320 मेगावॉट के पावर प्लांट की स्थापना के लिए पांच साल पहले भूमि अधिग्रहण शुरू कराया था। अब यह प्रक्रिया पूरी होने के करीब है, क्योंकि एनर्जी मिनिस्ट्री बिजली संकट से मुक्ति पाने को गंभीरता से काम कर रहा है। डीएम डॉ। रोशन जैकब ने भी एसडीएम बिल्हौर से कहा है कि वे प्रबंधन के साथ मिलकर किसानों से करार कराएं। जिससे आगे की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके। अब सिर्फ करीब दो सौ किसानों से ही करार शेष रह गया है। वैसे भी एनटीपीसी प्रबंधन मुआवजा राशि के रूप में 2.35 अरब रुपये पहले ही जमा कर चुका है। ऐसे में भू अध्याप्ति विभाग भी जल्द से जल्द धनराशि का वितरण करेगा। इसकी तैयारियां भी विभाग में की जा रही हैं। पूरी कोशिश की जा रही है जल्द से जल्द मामला निपट जाए।