PATNA : बिहार में स्थापित करीब ख् सौ मॉडल स्कूलों में अगले सेशन से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा नए बनने वाले मॉडल स्कूलों को किसी तरह की वित्तीय सहायता देने से इनकार करने के बाद बिहार सरकार ने अपने खर्च पर इन स्कूलों के संचालन का फैसला किया है। हाल में मॉडल स्कूलों की स्थिति की समीक्षा एजुकेशन मिनिस्टर डॉ। अशोक चौधरी ने की। जिसमें शिक्षा विभाग के अफसरों ने मिनिस्टर के संज्ञान में केंद्र द्वारा आर्थिक मदद से इनकार का मसला लाया गया। जिस पर एजुकेशन मिनिस्टर ने कहा कि मॉडल स्कूलों में पढ़ाई निश्चित समय सीमा में आरंभ होगी। रही इस पर आने वाली खर्च तो पढ़ाई और संसाधन पर होने वाला खर्च बिहार सरकार स्वयं वहन करेगी.+

9-क्ख्वीं की होगी पढ़ाई

ख्0क्7-क्8 सेशन में इन स्कूलों में क्लास नौ से क्ख्वीं तक की पढ़ाई शुरू कराई जाएगी। इन स्कूलों के लिए अस्थाई तौर पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति होगी। बाद में सभी मॉडल स्कूलों के लिए अलग से टीचर और नन-टीचिंग स्टाफ का नियोजन किया जाएगा। एजुकेशन मिनिस्टर की ओर से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को इन स्कूलों के लिए पद सृजन की अनुमति दे दी गई है।

गांधी के ब् स्कूलों की बदलेगी सूरत

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने चंपारण आंदोलन के दौरान क्9क्7 में जिन स्कूलों की नींव रखी थी अब उन स्कूलों के दिन बहुरेंगे। बिहार सरकार ने 'चंपारण आंदोलन' के शता?दी वर्ष पर ऐसे छह में से चार स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए सवा करोड़ रुपए जारी कर दी है। एजुकेशन मिनिस्टर अशोक चौधरी ने हर स्कूल में बुनियादी सुविधाएं विकसित करने के लिए फ्0-फ्0 लाख रुपए स्वीकृत किएं हैं। बुनियादी स्कूल, भितिहरवा, वृंदावन बाल स्कूल, पश्चिम चंपारण, जीएमएस गांधी स्कूल बड़हरवा आदि शामिल है।