ट्रैफिक पुलिस का नियतन और वर्तमान तैनाती

पद नियतन तैनाती

एसपी 01 01

सीओ 03 01

टीआई 08 01

टीएसआई 30 12

कांस्टेबल 777 294

होमगार्ड 1200 800

- 46 लाख करीब शहर की आबादी

- 20 लाख गाडि़यां राजधानी की सड़कों पर

- 4 से 6 लाख गाडि़यां दूसरे शहर की गुजरती

- 411 चौराहे, तिराहे शहर में

- 110 चौराहे पर ट्रैफिक कंट्रोल किया जाता है

- धरना-प्रदर्शन और राजनैतिक कार्यक्रमों के चलते पब्लिक की फूल रही सांस

- ट्रैफिक कंट्रोल के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास नहीं है पर्याप्त फोर्स

LUCKNOW: राजधानी में लगने वाले जाम से पब्लिक की सांसें फूल रही हैं। कभी धरना-प्रदर्शन, तो कभी राजनैतिक कार्यक्रम के चलते दिन भर लोग जाम से जूझते हैं। शहर में एक हिस्से में होने वाले इस कार्यक्रम का प्रभाव पूरे शहर में पड़ता है। 35 डिग्री तापमान में तपती धूप में वाहनों के कतार लोगों को मानसिक बीमार बना रहे हैं। शार्ट कट के चलते शहर की गलियों में भी जाम के हालत बन गए है। सप्ताह के पहले सोमवार को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक हालत कुछ ऐसे थे।

बीजेपी दफ्तर में प्रोग्राम के चलते जाम

बीजेपी मुख्यालय में सोमवार को प्रायोजित कार्यक्रम के चलते अशोक मार्ग और त्रिलोकीनाथ रोड पर सैकड़ों की संख्या में माननीयों के आड़े तिरछे वाहन खड़े थे। जिसके कारण लाखों लोग दिन भर जाम से जूझते रहे। सुबह करीब 11.30 बजे से हजरतगंज और उससे सटे मार्गो की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई। विधानसभा मार्ग, अशोक मार्ग, महात्मा गांधी मार्ग, राजभवन रोड, लाल बत्ती, कैंट पुल, कैसरबाग, बीएन रोड, कैंट रोड, चिरैयाझील रोड, नेशनल कॉलेज रोड पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।

डायवर्जन के बाद और बदतर हुए हालात

ट्रैफिक का प्रेशर अधिक होने से भीषण जाम के चलते ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों का डायवर्जन किया। डायवर्जन में अशोक मार्ग से चारबाग को जाने वाले वाहनों को राजभवन रोड पर भेजकर लालबत्ती और कैंट के रास्ते निकाला। कैंट पुल, लालबत्ती रोड पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ने से और ज्यादा खराब हो गए। विधानसभा मार्ग पर भी वाहनों का दबाव बढ़ गया। लोग जाम से बचने के लिए कैंट रोड से गलियों की ओर भाग तो वहां पर जाम लग गया। गालियों में रहने वाले लोग अपने घरों को निकल नहीं पा रहे थे।

ट्रैफिक पुलिस नहीं थी सचेत

बीजेपी दफ्तर में पूर्व नियोजित प्रोग्राम की जानकारी होने के बाद भी ट्रैफिक पुलिस सचेत नहीं थी। विभाग द्वारा कोई प्रबंध नहीं किए किए गए थे। सप्ताह का पहला कार्यदिवस होने के कारण वैसे ही शहर में ट्रैफिक का प्रेशर अधिक रहता है।

स्कूली बच्चे और एम्बुलेंस में परेशान हुए मरीज

दोपहर करीब डेढ़ से दो बजे के बीच हजरतगंज स्थित क्राइस्ट चर्च, सेंट फ्रांसिस और कैथेड्रल स्कूल में छुट्टी के बाद हालात और बदतर हो गए। छुट्टी के बाद भूख और प्यास से बेहाल स्कूली बच्चे करीब डेढ़ से दो घंटे तक भीषण जाम में फंसे रहे। जाम के दौरान सिविल समेत कई अन्य अस्पतालों और गैर जनपदों से एम्बुलेंस से ट्रामा सेंटर जा रहे मरीज जाम के दौरान घंटों परेशान रहें। महात्मा गांधी मार्ग से स्वास्थ्य भवन के बीच दर्जनों एम्बुलेंस जाम में फंसी रही।