आई एक्सक्लूसिव

- गुड्स ट्रेनों से गार्ड को हटा कर पैसेंजर ट्रेनों में किया जाएगा तैनात

- गार्ड व पायलट की कमियों से जूझ रहा रेलवे

- छोटे रूट में सिस्टम का परीक्षण रहा सफल, लंबी रूट की ट्रेनों में भी इस माह किया जाएगा परीक्षण

KANPUR। गुड्स ट्रेनों का संचालन अब गार्ड की मदद से नहीं बल्कि एंड ऑफ ट्रेन टेरिमेंटरी 'ईओटी' सिस्टम से किया जाएगा। जिसकी तैयारी रेलवे ने शुरू कर दी है। रेलवे विभाग में गार्ड की कमी के चलते रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों का संचालन ईओटी सिस्टम की मदद से करने का निर्णय लिया है। ट्रेन का पायलट गार्ड की जगह मैग्नेटिक चिम सिस्टम की मदद से ट्रेनों का संचालन करेगा। रेलवे अधिकारियों का दावा है कि यह सिस्टम पूर्ण रूप से संचालित होने पर ट्रेन दुर्घटना होने के चांसेज भी बहुत कम हो जाएंगे। एनसीआर सीपीआरओ बिजय कुमार के मुताबिक फिलहाल गुड्स ट्रेनों में यह सिस्टम लागू किया जा रहा है। योजना सफल होने पर यह सिस्टम पैसेंजर ट्रेनों में भी लागू किया जाएगा।

ईओटी सिस्टम कैसे करेगा काम

ईओटी सिस्टम का कार्य ट्रेन के पहियों का तापमान सहित इमरजेंसी ब्रेक व दुर्घटनाओं को टालना है। इस सिस्टम से कनेक्ट किया हुआ एक डिसप्ले बोर्ड ट्रेन के इंजन में पायलट के पास लगा होगा। जिसके संकेत को देखकर पायलट ट्रेनों का संचालन करेंगे।

नवंबर से लगाए जाएंगे सिस्टम

रेलवे सोर्सेज की माने तो छोटे रूट की ट्रेनों में इस सिस्टम को लगाकर परीक्षण किया गया था। जो कि पूरी तरफ से सफल रहा है। इसके चलते नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में इस सिस्टम को लम्बी रूट की ट्रेन में लगा कर परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण सफल होने पर सभी गुड्स ट्रेनों को ईओटी सिस्टम से लैस कर दिया जाएगा।

'गार्ड की कमी को देखते हुए गुड्स ट्रेनों का संचालन ईओटी सिस्टम की मदद से किए जाने की तैयारी की जा रही है। पायलट ईओटी सिस्टम के संकेत पर ट्रेन का संचालन करेगा.'

बिजय कुमार सीपीआरओ एनसीआर