- कोयला भीगने से थर्मल पावर प्लांट पड़े सुस्त, प्रोडक्शन बंद

- शहर में बिजली के लग रहे झटके, अफसर बता रहे इमरजेंसी रोस्टिंग

-मोदीपुरम 220 की ट्रिपिंग से प्रभावित हो रही शहर की बिजली

Meerut शहर में अंधाधुंध हो रही बिजली कटौती ने शहरवासियों का जीन मुहाल कर दिया है। हाल यह है कि इमरजेंसी रोस्टिंग के नाम शहर में 5 से 6 घंटे की बिजली कटौती की जा रही है। ऐसे में लोगों के सामने बिजली व पानी का घोर संकट खड़ा हो गया है।

बाढ़ ने उड़ाई बिजली

शहर में हो रही बिजली की अंधाधुंध कटौती के पीछे साउथ में आई बाढ़ को पीवीवीएनएल अफसर मुख्य कारण बता रहे हैं। अफसरों का कहना है कि दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश, कर्नाटका, महाराष्ट्र और आसाम में आई बाढ़ से बिजली की पूरी सप्लाई बाधित हो गई है। एसई वीएन सिंह ने बताया कि बाढ़ के कारण कोयला भीगने से अधिकतर थर्मल पावर प्लांट सुस्त पड़ गए हैं। वहीं अधिकांश कोयले में नमी आ गई है। नतीजा यह है कि पावर प्रॉडक्शन की रफ्तार धीमी पड़ गई है, जिससे बिजली का अस्थाई संकट खड़ा हो गया है।

बिजली सुबह न शाम

पितृ पक्ष में श्राद्ध पूजा के लिए जहां शहरवासियों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ा, वहीं नवरात्रों के लिए भी पीवीवीएनएल कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। अंदेशा है कि नवरात्रों में लोगों को बिजली कटौती से जूझना पड़ेगा। हालांकि विभाग आगामी तीन दिनों में पावर सप्लाई सुधारने का दावा कर रहा है, लेकिन शहर की बिजली का हाल राम भरोसे ही नजर आ रहा है।

बिजली कटौती ने बुरा हाल कर दिया है। इमरजेंसी रोस्टिंग के नाम पर की जा रही अंधाधुंध कटौती से दिन का चैन और रात की नींद संकट में पड़ गई है।

-लोकेश, सदर

शहर में बिजली न सुबह है और ना शाम। जिस में बिजली की अधिक आवश्यक्ता होती है। उस समय ही बिजली का न होना समस्या खड़ी कर देता है।

-अभिराज, शास्त्रीनगर

पीक आवर्स में बिजली न होने से घर का काम प्रभावित हो रहा है। सबसे बड़ी समस्या किचन के कामों को लेकर आ रही है।

-दीपा शर्मा, अजंता कॉलोनी

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कोयला भीगने से बिजली का प्रॉडक्शन प्रभावित हुआ है। इससे बिजली की अस्थाई समस्या खड़ी हो गई है। जल्द ही समस्या से निजात पा ली जाएगी।

-आरके राणा, एसई अर्बन