RANCHI : स्टेट के प्राइमरी व मिडिल स्कूल में टीचर्स रिक्रूटमेंट में हो रहे विलंब को लेकर टेट क्वालिफाई कैंडिडेट्स अब मोर्चा खोलने के मूड में है। सोमवार को मोरहाबादी में टेट क्वालिफाई कैंडिडेट्स की मीटिंग में एजूकेशन मिनिस्टर गीता श्री उरांव से मुलाकात करने का फैसला लिया गया। इस मीटिंग में टीचर्स रिक्रूटमेंट जल्द से जल्द पूरा करने और इसे लिए वेटिंग बनाने की डिमांड से सरकार को अवगत कराने पर भी सहमति बनी। गौरतलब है कि पिछले एक साल से यहां प्राइमरी टीचर्स के रिक्रूटमेंट पर सस्पेंस बना हुआ है। सरकार की ओर से हर बार जल्द से जल्द बहाली प्रक्रिया पूरी कर लेने का आश्वासन मिलता है, पर कुछ न कुछ पेंच आ जाने से यह कैंसिल कर दी जाती है।

वेटिंग लिस्ट बनाई जाए

प्राइमरी व मिडिल स्कूल में टीचर्स रिक्रूटमेंट के मद्देनजर वेटिंग लिस्ट नहीं बनाए जाने पर टेट क्वालिफाई कैंडिडेट्स ने नाराजगी जाहिर की। मीटिंग में टेट क्वालिफाई कैंडिडेट्स ने कहा कि सरकार की इस पॉलिसी का विरोध किया जाएगा। इनका कहना है कि वेटिंग लिस्ट नहीं बनाए जाने से भविष्य में टीचर्स रिक्रूटमेंट होने पर वे इससे वंचित रह जाएंगे। टेट क्वालिफाई स्टूडेंट्स का वेटिंग लिस्ट बने, इस बाबत एजूकेशन मिनिस्टर को अवगत कराने का भी फैसला इन्होंने लिया।

एक साल से लटका है मामला

पिछले साल 28 मई को टेट का रिजल्ट पब्लिश हुआ था। रिजल्ट जारी हुए एक साल को हैं, पर प्राइमरी व मिडिल स्कूल में टीचर्स रिक्रूटमेंट का मामला लटका हुआ है। टीचर्स रिक्रूटमेंट को लेकर सरकार कई बार घोषणा कर चुकी है, पर साल गुजर जाने के बाद भी मामला जहां का तहां अटका पड़ा है। टीचर नियुक्ति को लेकर जो पेंच हैं, उसे सिर्फ दूर करने का आश्वासन ही मिल रहा है। ऐसे में टेट क्वालिफाई 65439 कैंडिडेट्स रिक्रूटमेंट प्रॉसेस पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।

बहाल होने हैं18000 टीचर्स

स्टेट के प्राइमरी व मिडिल स्कूल में लगभग 18 हजार टीचर्स की बहाली होनी है। टीचर्स रिक्रूटमेंट को लेकर रोस्टर भी क्लियर है, पर कुछ न कुछ वजहों से मामला लटकता रहा है। वैसे क्लास एक से लेकर पांच तक के लिए टीचर बहाली को लेकर पिछले साल 15 नवंबर से 30 दिसंबर तक टेट क्वालिफाई स्टूडेंट्स के अप्लीकेशंस लिए गए थे। टीचर्स की बहाली जिलास्तर पर होनी है, लेकिन किसी बी जिले में अबतक टीचर्स की बहाली नहीं हो सकी है। खास बात है कि इसके लिए एंट्रेंस टेस्ट भी नहीं होना है। सिर्फ जमा हुए अप्लीकेशंस की स्क्रूटनी कर मेरिट लिस्ट तैयार करना है। इस मेरिट लिस्ट की बेसिस पर ही टीचर्स की बहाली होनी है।

बहाली टली तो फिर करना होगा लंबा इंतजार

स्टेट के प्राइमरी व मिडिल स्कूल में टीचर्स रिक्रूटमेंट प्रॉसेस एकबार फिर शुरू हुआ है। अगर दो-तीन महीने में रिक्रूटमेंट प्रॉसेस नहीं पूरा होता है और किन्हीं वजहों से मामला लटकता है तो फिर टेट क्वालिफाई कैंडिडेट्स को टीचर बनने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। इसकी वजह भी है। अक्टूबर-नवंबर में झारखंड विधानसभा का इलेक्शन होना है। इलेक्शन की डेट अनाउंस होने के साथ ही आचार संहिता लग जाएगी। इलेक्शन के बाद नई सरकार बनेगी। सरकार कामकाज संभालेगी। ऐसे में नई सरकार फिर से टीचर्स रिक्रूटमेंट प्रॉसेस पर विचार कर इसे शुरू करने का फैसला लेगी। इसमें कम से कम तीन-चार महीने लग जाएंगे। ऐसे में अगले साल मार्च तक टीचर्स रिक्रूटमेंट का मामला लटक सकता है। अब देखना है कि हेमंत सरकार अपने कार्यकाल में लंबे समय से लटके टीचर्स रिक्रूटमेंट प्रॉसेस को पूरा कर पाती है अथवा नहीं।