- लुधौरा पिकेट प्वांइट से चंद कदमों की दूरी पर हुई सनसनीखेज वारदात, पुलिस के सामने से निकल भागे हत्यारे

- नकाबपोश बदमाशों ने घर के नीचे बने कारखाने में शटर बंद करके सिर में मारी गोली

- बेटे ने तीन के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई, रंगदारी और गुंडा टैक्स के विवाद में हुई हत्या

<- लुधौरा पिकेट प्वांइट से चंद कदमों की दूरी पर हुई सनसनीखेज वारदात, पुलिस के सामने से निकल भागे हत्यारे

- नकाबपोश बदमाशों ने घर के नीचे बने कारखाने में शटर बंद करके सिर में मारी गोली

- बेटे ने तीन के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई, रंगदारी और गुंडा टैक्स के विवाद में हुई हत्या

kanpur@inext.co.in

KANPUR: kanpur@inext.co.in

KANPUR: कर्नलगंज के संवेदनशील लुधौरा क्षेत्र में बदमाशों ने पुलिस पिकेट से चंद कदमों की दूरी पर घर में घुस कर एक कारोबारी की गोली मार कर हत्या कर दी। कारोबारी का भाई जोकि इस वारदात का प्रत्यक्षदर्शी भी है। उसके मुताबिक नकाबपोश तीन बदमाश उसके घर में आए और नीचे कारखाने में बैठ कर खाना खा रहे उसके भाई पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई और भाग निकले। शुरुआती जांच में रंगदारी और गुंडा टैक्स के विवाद में हत्या किए जाने की बात सामने आई है। इस मामले में तीन के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई है।

कारखाने के साथ ब्याज का भी था काम

सरफराज उर्फ मुन्ने आटावाला कर्नलगंज चूड़ी मोहाल में रहता था। घर में पत्‍‌नी एक बेटा शेरू और एक बेटी सलमा है। इसके अलावा दो भाई रियाज और मुमताज भी साथ में ही रहते हैं। घर के नीचे ही सरफराज की कपड़े की कतरन का कारखाना था। इसके अलावा वह एरिया में ब्याज पर पैसे देने का भी काम करता था। उसने कई लोगों को रुपया दिया हुआ था और कई लोगों से इसी बात को लेकर विवाद भी चल रहा था।

पुलिस बैठी रही और मडर्र हो गया

चूड़ी मोहाल में जिस जगह पर सरफराज का घर है, वहां से चंद कदमों की दूरी पर लुधौरा में पुलिस पिकेट ख्ब् घंटे मौजूद रहती है। बताते हैं कि बदमाश पुलिस पिकेट के सामने से ही सरफराज के घर में घुसे। इस दौरान एक महिला कर्मचारी कारखाने में मौजूद थी। तीनों बदमाश मुंह पर सफेद कपड़ा लपेटे थे। महिला के मुताबिक उन्होंने बिना कोई बात किए ही सरफराज पर एक के बाद एक कई फायर किए। एक गोली उसके जबड़े से सिर में घुस गई। उसके फर्श पर गिरते ही तीनों वहां की सकरी गलियों से होते हुए भाग निकले। छोटा भाई रियाज चिल्लाते हुए उनके पीछे भागा तो पुलिस वालों को भनक लगी। जिसके बाद उन्होंने सरफराज को इलाज के लिए उर्सला भिजवाया, लेकिन वहां पर उसकी हालत देख कर डॉक्टर्स ने फौरन उसे हैलट रेफर कर दिया, जहां सरफराज की इलाज के दौरान मौत हो गई।

रंगदारी और गुंडा टैक्स का विवाद पहले भी पहुंच चुका है थाने

सरफराज के मर्डर में जिन तीन लोगों का नाम सामने आया है। उनसे लेनदेन को लेकर उसका काफी पुराना विवाद चल रहा था। ख्008 में सरफराज ने कर्नलगंज छिपियाना निवासी नसीर उर्फ लाल बादशाह के खिलाफ कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें लाल बादशाह के खिलाफ धारा फ्07 के तहत मामला बना था। उस समय भी विवाद लेनदेन का ही था। सरफराज के भाई रियाज के मुताबिक नसीर, तफ्सीर और पापे इन तीन लोगों ने ही मर्डर किया है। जिसमें से पापे को तो उसने भागते हुए भी देखा था। पापे भी कर्नलगंज का ही रहने वाला है।

फैक्ट्री चलानी है तो भरना पड़ेगा गुंडा टैक्स

दरअसल कर्नलगंज समेत बेकनगंज, चमनगंज, मूलगंज और कुलीबाजार की संकरी गलियों में सैकड़ों ऐसी फैक्ट्रियां और कारखाने चल रहे हैं, जो अवैध हैं। इन्हें चलाते रहने के लिए उस इलाके के दबंग गुंडा टैक्स वसूलते हैं। शानू बादशाह की हत्या के मामले में भी इसी गुण्डा टैक्स की वसूली का विवाद सामने आया है।

तीन के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट

सरफराज उर्फ मुन्ना आटावाला की हत्या में कर्नलगंज पुलिस ने बेटे शेरू की तहरीर पर नसीर उर्फ लाल बादशाह, तफ्सीर और पापे के खिलाफ धारा फ्0ख् यानी हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। हालांकि तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से अभी दूर हैं।