PATNA : वो पढ़ने में होशियार थी। खाली समय में भी सिर्फ पढ़ाई, पढ़ाई और पढ़ाई। किसी से ज्यादा बातें करना भी पसंद नहीं था। एक तरह से कहें तो उसे बाहरी दुनिया से भी ज्यादा मतलब नहीं था। इस कारण वह रिजर्व रहती थी। लेकिन गुरुवार की रात न जाने कौन सी बात ने उसे इतना परेशान कर दिया कि वह हंसती-खेलती जिंदगी से रूठ गई और दुनिया को अलविदा कह दिया।

हम बात कर रहे हैं मुस्कान की। उस मुस्कान की जो मधुबनी की रहनेवाली थी और पटना के अपराजिता ग‌र्ल्स हॉस्टल में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रही थी। हॉस्टल की छत से छलांग लगाने से पहले उसने पापा से मोबाइल पर बात की थी। सोर्स और हॉस्टल में रहने वाली कुछ स्टूडेंट्स की मानें तो खाना खाने के बाद मुस्कान टहल रही थी। पापा से बात करने के बाद वो थर्ड फ्लोर पर चली गई और फिर छलांग लगा दी। उसकी इस फैसले से हर कोई स्तब्ध है। हॉस्टल में रहने वाली किसी भी स्टूडेंट को यकीन नहीं हो रहा है मुस्कान अब नहीं रही।

- पढ़ाई का था प्रेशर

सोर्स के अनुसार मुस्कान के उपर पढ़ाई का प्रेशर काफी ज्यादा था। उसने क्लास टेन की पढ़ाई हिंदी मीडियम से की थी। जबकि मेडिकल की तैयारी अंग्रेजी मीडियम से चल रही थी। इस कारण उसे दिक्कतें भी हो रही थी। हालांकि एक प्रेशर सिलेबस का भी था। सोर्स की मानें तो उसका सिलेबस तीन महीने लेट चल रहा था। इस कारण उसे पढ़ाई करने में खासी परेशानी हो रही थी।

- रूम मेट करती थी परेशान

बताया जाता है कि अपराजिता हॉस्टल में मुस्कान चंद दिनों पहले ही रहने आई थी। उसके कमरे में दो और स्टूडेंट मेघा और आर्या रह रही थीं। इन दोनों पर आरोप है कि पढ़ाई करने में मुस्कान को डिस्टर्ब करती थीं। इस बारे में उसने पिता को भी बताया था। इस बीच लाडली बेटी की मौत हो गई। खबर सुनने के बाद पिता भरत कुमार व फैमिली के दूसरे मेंबर्स पटना पहुंचे, उसके बाद पुलिस को दोनों रूम मेट के बारे में बताया गया।

- तो बच जाती जान

रूम मेट द्वारा परेशान किए जाने की बात को जानने के बाद पिता ने कई बार हॉस्टल की संचालिका वीणा सिंह से बात की थी। मुस्कान को अलग कमरे में शिफ्ट करने को कहा था। पिता का आरोप है कि संचालिका और उसके पति अजय सिंह ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। अगर समय पर रूम बदल दिया जाता तो शायद मुस्कान की जान बच जाती।

- दर्ज हुआ एफआईआर

शुक्रवार को पुलिस ने एफएसएल की टीम को वारदात वाली जगह पर बुलाया। एफएसएल की टीम ने जांच-पड़ताल की और कुछ सबूत भी जुटाए। इसके बाद डेड बॉडी का पोस्टमार्टम भी कराया गया। पिता भरत कुमार के बयान पर बुद्धा कॉलोनी थाने मे हॉस्टल संचालिका वीणा सिंह, अजय सिंह, रूम मेट मेघा और आर्या के खिलाफ हत्या का एफआईआर दर्ज किया गया है।

पूरे मामले की जांच की जा रही है। एफएसएल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मामला साफ हो सकेगा। फिलहाल भरत कुमार के बयान पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

डा। मो। शिब्ली नोमानी, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर, पटना