आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपित कुंती और रेखा के बाल काट दिए और उन्हें अर्धनग्न कर मारपीट की। उन्हें गांव में घुमाया गया। घटना फुलवारी के कोर्जीचक की है। उधर, पुलिस का कहना है कि महिलाओं द्वारा आग लगाने के सुबूत नहीं मिले हैं। अलबत्ता पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरती ने खुद ही अपने शरीर में आग लगा ली है.

घर नहीं आयी थी आरती
आरती की मां गीता ने पीएमसीएच में बताया कि एक जनवरी की शाम में रेखा और कुंती ने फोन कर उसे बुलाया था। जब वह गई तो वहां पहले से एक व्यक्ति था। इससे अवैध संबंध बनाने के लिए प्रेशर दिया जाने लगा। आरती ने इंकार कर दिया। उसके बाद महिलाओं ने उसे आग लगा दी। हमलोग जब आरती को ढंूढ़ते हुए वहां पहुंचे तो वह जली हुई हालत में हमें मिली। पीएमसीएच में आरती की नानी और पिता अमरनाथ सिंह अपनी नसीब पर रो रहे थे।

भीड़ ही दे रही सजा
आरती के जलने के बाद तो परिजनों और गांव के लोगों ने रेखा और कुंती को पकड़ लिया। दोनों को खुद ही सजा देने के लिए उनके साथ तालिबानी करतूत शुरू कर दी। महिलाओं के पहले तो बाल काटे फिर उन्हें अर्धनग्न कर घुमाया। दोनों को बेरहमी से पीटा गया। बाद में पुलिस ने दोनों महिलाओं को किसी तरह लोगों के चंगुल से छुड़ा कर हिरासत में लिया। सिटी एसपी वेस्ट यूके शर्मा ने कहा कि आसपास के लोगों से पूछताछ पर पता चला कि दोनों महिलाओं का कैरेक्टर ठीक नहीं है। उसके साथ आरती के जाने पर घरवालों ने उसे पीटा था। इसी से शायद आरती ने आग लगा ली।