(एक्सक्लूसिव)

-करीब 400 नेशनल व मल्टीनेशनल कंपनियों ने आईआईटी को लेटर भेजा

-आईआईटी के 700 स्टूडेंट्स ने समर ट्रेनिंग के लिए कराया रजिस्ट्रेशन

KANPUR: अभी तक आईआईटियंस की समर ट्रेनिंग के लिए आईआईटी को कम्पनीज के दरवाजे खटखटाने पड़ते थे, स्टूडेंट्स को भी भटकना पड़ता था, लेकिन पहली बार उल्टा हो रहा है। मल्टीनेशनल व नेशनल कंपनीज में आईआईटियंस को समर ट्रेनिंग देने की होड़ मच गई है। समर ट्रेनिंग के लिए 400 कम्पनीज ने खुद आईआईटी से कांटेक्ट किया है। ट्रेनिंग में जाने वाले सैकड़ों मेरीटोरियस को ट्रेनिंग खत्म होने के पहले ही प्री प्लेसमेंट ऑफर मिल जाता है।

कंपनियों ने की है पहल

आईआईटी में समर वेकेशन शुरू होते ही आईआईटी के मेरीटोरियस समर ट्रेनिंग की तैयारी शुरू कर देते हैं। थर्ड इयर के स्टूडेंट्स को इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। समर ट्रेनिंग के लिए स्टूडेंट्स को देश ही नहीं बल्कि विदेशी कंपनियों में भी जाने का मौका मिलता है। अहम बात यह थी कि अभी तक समर ट्रेनिंग के लिए इंस्टीट्यूट एडमिनिस्ट्रेशन को ही पहल करनी पड़ती थी। यह पहला मौका है जब आईआईटी में खुद कंपनियों ने दस्तक देकर मेधा को समर ट्रेनिंग के लिए कॉल किया है।

डिग्री से पहले लाखों की जॉब

आईआईटी स्टूडेंट्स समर ट्रेनिंग करने की तैयारी में जुट गए हैं। आईआईटी में समर ट्रेनिंग के लिए अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स यानि कि बीटेक कर रहे मेरीटोरियस को भेजा जाता है। यह पढ़ाई का एक इम्पार्टेट पार्ट होता है, जहां पर स्टूडेंट्स को अपनी मेधा को प्रमाणित करना होता है। समर ट्रेनिंग के दौरान अगर मेरीटोरियस ने बहुत अच्छी परफार्मेस दी तो फिर कंपनी के हायर अथॉरिटी उसे प्री प्लेसमेंट ऑफर लेटर दे देती है। यानि कि डिग्री मिलने के पहले ही लाखों रुपए की जॉब हाथ में होती है।

'समर ट्रेनिंग के लिए पहली बार कंपनियों ने लेटर भेजा है। इस बार कंपनीज से करीब 400 लेटर आए हैं। समर ट्रेनिंग के लिए करीब 700 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। समर ट्रेनिंग में जाने वाले करीब 30 परसेंट स्टूडेंट्स को पीपीओ मिलता है। यह स्टूडेंट्स की मर्जी पर डिपेंड करता है कि वह उसे स्वीकार करें या नहीं.'

- प्रो दीपू फिलिप, कैंपस प्लेसमेंट इंचार्ज आईआईटी