PATNA : रेप का केस वापस नहीं लेने पर जदयू नेता के भाइयों ने पीडि़ता पर जानलेवा हमला ही कर किया। उसे इतना मारा कि लहूलुहान हो गई। मामला जक्कनपुर थाना का है। पीडि़ता पर हमला उस वक्त हुआ जब वो बाकरगंज से बिग्रहपुर स्थित अपने घर लौट रही थी। जैसे ही करबिगहिया पहुंची, वहां उसकी मुलाकात बेटे के टीचर से हुई। दोनों बात कर ही रहे थे कि शिव नंदन का भाई चंदन यादव और ममेरा भाई शशि यादव पहुंच गए। केस वापस नहीं लेने पर मारपीट शुरू कर दी। किसी तरह मामले की जानकारी जक्कनपुर थाना को दी गई। इसके बावजूद पुलिस ने तुरंत एक्शन नहीं लिया। यहां तक की पीडि़ता का मेडिकल कराने में भी आना-कानी करने लगे थे। जब ये बात मीडिया के जरिए सीनियर पुलिस आफिसर्स तक पहुंची तब जाकर एफआईआर दर्ज किया गया।

- जानिए क्या है ये पूरा मामला

पीडि़ता मूल रूप से मधुबनी जिले की है। उसके पति वेस्ट बंगाल मे बिजनेस करते हैं। फैमिली में एक बेटी और एक बेटा है। बच्चों की बेहतर पढ़ाई के लिए पीडि़ता पहले जक्कनपुर थाना के न्यू बंगाली कॉलोनी में किराए के मकान में रहती थी। घर के ठीक सामने जदयू नेता व आरबीआई में कैंटीन चलाने वाले संतोष यादव का घर है। बेटी के लिए स्कूल में टीसी की जरूरत थी। इसी कारण से जदयू नेता का भाई शिव नंदन महिला के कांटैक्ट में आया। उनका मोबाइल नंबर ले लिया। फिर कॉल कर हमेशा परेशान करने लगा।

- जबरन घुस आया था घर में

पीडि़ता के अनुसार मामला मार्च का है। शिवनंदन जबरन उनके घर में घुस आया और इज्जत लूट ली। इतना ही नहीं उसका वीडियो भी बना लिया। जिसे वायरल कर देने की धमकी देकर लगातार पीडि़ता के साथ शारीरिक संबंध बनाते रहा।

- आंच बेटी पर आई तो उठाई आवाज

लोक लाज के कारण पीडि़ता ने पहले तो इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। लेकिन उस हैवान की गंदी नजरें जब क्भ् साल की मासूम बेटी की ओर पड़ने लगी तो उसने आवाज उठाई। घर जाकर शिवनंदन के बड़े भाई और जदयू नेता संतोष यादव को पूरी घटना की जानकारी दी। लेकिन उल्टे संतोष यादव और चंदन यादव ने महिला की पिटाई कर दी। तब मामला थाने पहुंचा। इस मामले में संतोष और चंदन को जेल जाना पड़ा। लेकिन आज तक शिव नंदन को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी।

केस को वापस लेने के लिए लगातार मुझे जदयू नेता संतोष यादव और उसके भाईयों की ओर से धमकी मिल रही थी। केस की आईओ निर्मला देवी ने लापरवाही बरती और आज तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया।

पीडि़त महिला