क्त्रड्डठ्ठष्द्धद्ब : झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन की चेयरपर्सन का पद महुआ माजी के पास भले ही हो, पर नेशनल वीमेन कमीशन की नजर में अभी भी झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन की चेयरपर्सन डॉ हेमलता एस मोहन ही हैं। इतना ही नहीं डॉ हेमलता के टर्म में जो मेंबर्स थीं, वे भी आज बनी हुई हैं। यह और कोई नहीं, बल्कि नेशनल वीमेन कमीशन की ऑफिशियल वेबसाइट यह कह रही है। इससे साफ जाहिर हो जाता है कि नेशनल वीमेन कमीशन की भी वेबसाइट अपडेट नहीं रहती है। गौरतलब है कि शबनम परवीन और किरण कुमारी अभी झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन की मेंबर हैं।

एक साल से अपडेट नहीं

नेशनल वीमेन कमीशन की वेबसाइट पर झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन सर्च करते ही चेयरपर्सन के तौर पर डॉ हेमलता एस मोहन का नाम आता है। इतना ही नहीं, उन्हीं काकान्टैक्ट डिटेल्स भी वेबसाइट पर अवेलेबल है। इसके अलावे वेबसाइट पर झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन की मेंबर के तौर पर वासवी किड़ो और अनुराधा चौधरी का नाम है, जबकि इनका टर्म काफी पहले ही पूरा हो चुका है। नेशनल वीमेन कमीशन की वेबसाइट पर झारखंड का जो कॉलम है, उसमें जो डिटेल्स हैं, वह एक साल पुराना है, यानी इतने दिनों से वेबसाइट अपडेट नहीं की गई है।

मिल चुकी हैं महुआ माजी और ममता शर्मा

ऐसा नहीं है कि झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन की चेयरमैन महुआ माजी के नाम से नेशनल वीमेन कमीशन अनजान है। पिछले साल नवंबर में चेयरपर्सन का पद संभालने के बाद महुआ माजी नेशनल वीमेन कमीशन की चेयरपर्सन ममता शर्मा से मुलाकात करने गई थीं। इतना ही नहीं, इस साल दिल्ली और जयपुर में वीमेन कमीशन की हुई मीटिंग में भी दोनों के बीच मुलाकात हुई थी। वे आपस में संपर्क में भी हैं, लेकिन इसके बावजूद नेशनल वीमेन कमीशन की वेबसाइट पर झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन का अपडेट नहीं होना आश्चर्य की बात है।

चेयरपर्सन भी हैं अनजान

झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन के चेयरपर्सन महुआ माजी को भी यह मालूम नहीं है कि नेशनल वीमेन कमीशन की वेबसाइट पर चेयरपर्सन के तौर उनका नहीं, बल्कि एक्स चेयरपर्सन का नाम है। नेशनल वीमेन कमीशन की वेबसाइट के अपडेट नहीं होने से लोगों को भी कंफ्यूजन हो रहा है। कई बार नेशनल लेवल झारखंड से जुड़े मामले की जानकारी जब किसी को देनी होती थी, तो वे वेबसाइट पर दिए गए एक्स चेयरपर्सन व मेंबर्स के कान्टैक्ट नंबर पर दे देते थे। आज भी झारखंड स्टेट वीमेन कमीशन की एक्स मेंबर्स के पास मामलों से रिलेटेड कॉल्स आते रहते हैं। इस बाबत एक्स मेंबर्स को ही कंप्लेन की जानकारी कमीशन को देनी पड़ती है।