गैर संप्रदाय के युवक के साथ मिली नाबालिग लड़की

- केदारनाथ आपदा मारे जा चुके हैं किशोरी के पेरेंट्स

- दूसरे समुदाय के युवक ने बहलाया फुसलाया

- अलीगढ़ जाते समय पुलिस ने दोनों को पकड़ा

मेरठ/बुलंदशहर : पुलिस ने मंगलवार देर रात रोडवेज बस स्टैंड पर 16 साल की एक किशोरी को एक युवक के साथ दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि केदारनाथ आपदा में मां-बाप खो चुकी किशोरी को एक दूसरे समुदाय के युवक ने प्रेमजाल में फंसा लिया है।

पता चला कि दोनों अलग-अलग समुदाय के हैं और मेरठ के माधवपुरम के रहने वाले हैं। किशोरी के माता-पिता केदारनाथ आपदा में मारे जा चुके हैं। किशोरी के परिवार में न भाई-बहन हैं और न रिश्तेदार। घर में रखे रुपये खत्म होने के बाद किशोरी ने जिंदगी बसर करने के लिए बाहर नौकरी करनी शुरू कर दी। इसी बीच मोहल्ले में रहने वाले एक युवक अनस ने उस पर डोरे डालने शुरू कर दिए और दो दिन पहले वह उसे भगा लाया। दो दिन से दोनों इधर-उधर घूम रहे थे। मंगलवार रात युवक लड़की को अलीगढ़ अपने एक रिश्तेदार के घर ले चलने की बात कहकर बुलंदशहर रोडवेज बस स्टैंड पहुंचा और पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

नेक नहीं थे युवक के इरादे

नगर कोतवाली में पकड़ा गया संदिग्ध जोड़ा भले ही प्रेमी जोड़ा होने का दावा कर रहा हो, मगर असलियत में इश्क का जाल बिछाकर किशोरी को धोखा ही दिया जा रहा था। पकड़े गए युवक अनस के इरादे नेक नहीं थे, इसके पीछे कई कारण हैं।

कारण नंबर-1

लड़की के परिवार में कोई नहीं है। यदि लड़की के लिए युवक के दिल में सहानुभूति होती तो वह उसके साथ निकाह भी कर सकता था। मगर उसने निकाह नहीं किया, बल्कि किशोरी की घुमाने फिराने के बहाने भगाकर लाया और उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित किए। पुलिस द्वारा किशोरी से निकाह करने की बाबत पूछे जाने पर युवक ने स्पष्ट इंकार कर दिया।

कारण नंबर 2

पूछताछ में पता चला कि युवक ने लड़की को बताया है कि उसका उड़ीसा में कारोबार है। संभव है कि किशोरी को बड़े कारोबार का झांसा देकर ही प्रेमजाल में फंसाया गया, मगर असलियत यह है कि युवक एक साधारण परिवार से है और पेंटर है।

कारण नंबर 3

किशोरी ने पूछताछ में बताया कि युवक ने उसे घूमने फिरने के लिए हरिद्वार ले चलने को कहा था। मगर, बीच में पता नहीं क्या हुआ युवक ने हरिद्वार जाने का प्लान कैंसिल कर दिया और अब वह उसे अलीगढ़ लेकर जा रहा था।

सवाल कानून का

नगर कोतवाली में पकड़े गए जोड़े को लेकर कानून का सवाल भी पैदा हो गया है। स्पष्ट हो चुका है कि लड़की की उम्र अधिकतम 16 साल है। लड़की नाबालिग है। यह भी स्पष्ट है कि युवक ने उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित किए है। कानून के मुताबिक नाबालिग किशोरी के साथ मर्जी होने के बावजूद स्थापित किया गया शारीरिक संबंध दुष्कर्म की श्रेणी में आता है। पुलिस बिना तहरीर के कार्रवाई के नाम पर अक्सर हाथ खड़े करती रही है। ऐसे में इस मामले में क्या होगा?

समाज पर सवाल

इस मामले में समाज पर भी सवाल खड़ा होना जायज है। किशोरी के मां-बाप की केदारनाथ आपदा में मौत हो गई, मगर अकेली लड़की को समाज, जिला प्रशासन या शासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिली। किशोरी को आपदा पीडि़तों के रूप में मिलने वाली राशि की एक कौड़ी नहीं मिली।