-जाजमऊ निवासी टेनरी कर्मी की बेटी है पीडि़ता, दो सिपाहियों पर लगाया आरोप

-दोस्त को जेल भेजने की धमकी देकर किया रेप, फिर नगदी और मोबाइल लूटकर छोड़ा

KANPUR : शहर में महिलाओं की हिफाजत करने का दावा करने वाली पुलिस का दामन एक बार फिर दागदार हो गया। ट्यूजडे को एक युवती ने एसएसपी ऑफिस में पेश होकर दो सिपाहियों पर गैंगरेप कर लूटने का आरोप लगाया है। उसके मुताबिक दोनों सिपाहियों ने उसे एक दोस्त समेत पकड़कर पुलिस चौकी ले गए थे। जहां सिपाहियों ने उसके दोस्त को तो पीटते हुए लॉकअप में डाल दिया और उसको दूसरे रूम में लेकर जाकर बंधक बनाकर गैंगरेप किया। सिपाहियों ने मोबाइल और नगदी लेकर उसको दोस्त समेत छोड़ दिया। सिपाही ने उसको मुंह न खोलने की धमकी दी है। सहमी युवती ने एक दिन बाद परिजनों का आपबीती बताई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पीडि़ता ने एसएसपी ऑफिस में पेश होकर कंप्लेन दर्ज कराई।

बाइक से गिर गए थ्ो दोनों

जाजमऊ के अशरफाबाद में रहने वाले मुस्तफा टेनरी कर्मी हैं। उनकी बेटी फराह (दोनों काल्पनिक नाम) की चमड़ा कारोबारी सोनू से दोस्ती है। वो रविवार की रात को करीब नौ बजे घर से निकली थी। युवती सोनू के साथ बाइक से माल रोड जा रही थी। उसका आरोप है कि वे एलआईसी बिल्िडग के पास पहुंचे थे कि बाइक स्लिप हो गई। दोनों बाइक समेत गिर गए। वे संभल पाती कि बाइक सवार दो सिपाही मौके पर पहुंच गए। दोनों सिपाही शराब के नशे में थे। वे पूछताछ के बहाने फराह और सोनू को जाजमऊ पुलिस चौकी ले गए।

झूठे मुकदमें में फंसाने की दी धमकी

पुलिस चौकी पहुंचते ही सिपाहियों का बर्ताव बदल गया। सिपाहियों ने सोनू को पीटते हुए लॉकअप में डाल दिया। सिपाहियों ने सोनू के जेब में रखे 22 हजार रुपए और मोबाइल छीन लिया। इसके बाद वे फराह को दूसरे कमरे में ले गए, जहां वे फराह से अश्लील हरकत करने लगे। फराह विरोध करने लगी तो सिपाहियों का पारा चढ़ गया। गुस्साए सिपाहियों ने सोनू को फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी। जिससे फराह सहम तो गई, लेकिन वो लगातार सिपाहियों का विरोध करती रही। जिसे देख सिपाहियों ने उसके हाथ बांध दिए। सिपाहियों ने फराह को फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी देकर गैंगरेप किया।

इंस्पेक्टर ने आरोप िकए खारिज

फराह का आरोप है कि वो सिपाहियों से गिड़गिड़ाती रही, लेकिन उनको दया नहीं आई। इसी बीच चकेरी इंस्पेक्टर राजीव द्विवेदी वहां पहुंच गए तो सिपाहियों ने दोनों को मुंह न खोलने की धमकी देकर छोड़ दिया। सहमी फराह घर पहुंची, लेकिन उसको किसी को कुछ नहीं बताया। मंडे की शाम को उसने हिम्मत करके घरवालों को आपबीती बताई तो उनके होश उड़ गए। इसके बाद युवती ने परिजनों के साथ एसएसपी ऑफिस में जाकर शिकायत दर्ज कराई। इंस्पेक्टर राजीव द्विवेदी ने युवती के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।

युवती को सकुशल परिजन ले गए थे

इंस्पेक्टर राजीव द्विवेदी ने फराह के आरोपों सिरे से खारिज कर दिया। उनके मुताबिक फराह शादीशुदा है। उसका सोनू से अफेयर भी चल रहा है। रविवार को उसका ब्वॉयफ्रैंड सोनू से विवाद हो गया था। पुलिस दोनों को थाने ले गई थी। पुलिस ने परिजनों को बुलाकर सकुशल फराह को उनकी सुपुर्दगी में दे दिया था। फराह लग्जरी कार से एसएसपी ऑफिस पहुंची थी। उसके साथ करीब एक दर्जन से ज्यादा पैरोकार थे। जिसमें कुछ वकील भी शामिल हैं।

फराह की कहानी में छेद ही छेद

पैरोकार के मुताबिक फराह रात को नौ बजे सोनू के साथ शॉपिंग करने जा रही थी, जबकि रात को नौ बजे मार्केट बंद होने का टाइम होता है। इससे पुलिस को फराह की कहानी पर शक हो रहा है। पुलिस पर सोनू से 22 हजार रुपए लूटने का भी आरोप है। ज्यादातर इतने ज्यादा रुपए रात में लेकर कोई नहीं चलता है। यह बात भी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। फराह का कहना है कि सोनू की बाइक स्लिप हो गई थी। सवाल यह है कि मर्डर जैसी वारदात में तो पुलिस घंटों देरी से पहुंचती है तो बाइक स्लिप होने पर पुलिस तुरंत मौके पर भी पहुंच जाती है और दोनों को पुलिस चौकी भी ले जाती है, जबकि उन्होंने कोई जुर्म भी नहीं किया। इसलिए फराह की कहानी किसी के गले नहीं उतर रही है।