- पब्लिक को गर्मी के दिनों में बिजली का संकट झेलने को रहना होगा तैयार

- लोकल फॉल्ट्स, ट्रांसफॉर्मर के जलने जैसी प्रॉब्लम्स आम रहने की है आशंका

VARANASI:

पब्लिक चाहती है कि उसे बेहतर बिजली मिले। लेकिन बिजली विभाग के पास तो समस्याओं का अंबार है। कभी सिस्टम से रिलेटेड कोई प्रॉब्लम है तो कभी लखनऊ से हो रही कटौती का रोना। कभी ओवरलोड का बहाना तो कभी बढ़ी खपत का अड़ंगा। कुछ नहीं है तो लोकल फॉल्ट के चलते सप्लाई बाधित। लेकिन इस सबका खामियाजा अगर किसी को भुगतना होता है तो वह है सिर्फ और सिर्फ पब्लिक।

ट्रांसफॉर्मर करेगा परेशान

शहर के दो डिस्ट्रिब्यूशन सर्किल्स के अंतर्गत बंटे छह वितरण खंडों में विभिन्न क्षमता के फ्,क्ब्9 ट्रांसफॉमर्स के जरिए बिजली उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन गर्मियों में इनके जलने की संख्या में जोरदार इजाफा होता है। विकल्प में रूप में ट्रॉली-ट्रासंफॉर्मर की व्यवस्था है। लेकिन वह ऊंट के मुंह में जीरा ही साबित होता है। नतीजतन जहां भी ट्रंासफॉर्मर जलता है वहां के लोगों को कम से कम चार दिनों तक बिजली कटौती का संकट झेलना होता है।

लोकल फॉल्ट्स का रेगा रोना

गर्मी के दिनों में लोकल फॉल्ट्स में खासा इजाफा होता है। कहीं तार टूटेगा तो कहीं जंपर उड़ेगा। इस तरह की तमाम अन्य प्रॉब्लम्स से भी पब्लिक को दो-चार होना पड़ सकता है। खास बात यह है कि लोकल फॉल्ट्स को दुरुस्त करने के लिए शटडाउन लिया जाएगा। जो कि पब्लिक के लिए एक बड़ी समस्या की वजह बनेगा। कोई बड़ा फॉल्ट हुआ तो घंटों की बिजली कटौती से सामना हो सकता है।

लाइन लॉस भ्ाी बहुत

इन सब तमाम समस्याओं के अलावा लाइन लॉस भी एक बड़ी समस्या है। वाराणसी शहर में लाइन लॉस तकरीबन फ्क् परसेंट है। जो कि बिजली की बेहतर सप्लाई में एक बड़ा रोड़ा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगर रेवेन्यू सही मिले तो वे बेहतर बिजली उपलब्ध करायें लेकिन न तो ऐसा हो रहा है और न ही बिजली मिल रही है।

एक नजर पॉवर सप्लाई पर

-डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम अपग्रेड न होना बिजली सप्लाई में बाधा बनेगा

-गर्मी के दिनों में रखरखाव के अभाव में ट्रांसफॉर्मर जलेंगे

-लोकल फॉल्ट जैसे तारों का टूटना, जंपर का उड़ना आदि बिजली कटौती की वजह बनेगा

-ओवरलोड के चलते ट्रिंपिग भी बिजली संकट का कारण बनेगा

-बढ़ी खपत भी बेहतर बिजली सप्लाई में रोड़ा बनेगी