गुरुदासपुर में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश समेत यूपी में भी हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक अब उत्तर प्रदेश के कई जिले आतंकियों की हिट लिस्ट में हैं। सबसे खतरनाक बात ये है कि उन जिलों में कानपुर का नाम भी शामिल है। अतिसंवेदनशील शहरों में शुमार शहर की सुरक्षा व्यवस्था का रियलिटी चेक मंडे को आई नेक्स्ट टीम ने किया। इस दौरान जो स्थिति सामने आई, उससे साफ पता चला कि आतंकी हमले से निपटने के लिए हमारी तैयारी नाकाफी है। आपको ये सच्चाई बताने के पीछे हमारा मकसद डराना नहीं बल्कि आपको अलर्ट करना है

----------------------

-आई नेक्स्ट ने किया रियलिटी चेक, सेंट्रल, चौराहों और थानों में सुरक्षा के नाम पर किया जा रहा मजाक

>KANPUR: पंजाब में आतंकी हमले के बाद अतिसंवेदनशील शहर में हाईअलर्ट घोषित होने पर मंडे को आई नेक्स्ट टीम कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। कानपुर सेंट्रल से रोजाना 357 से अधिक ट्रेनें आती-जाती हैं। ऐसे में सेंट्रल पर लाखों पैसेंजर्स का आना-जाना रहता है। इसके बावजूद हाई अलर्ट के बावजूद स्थिति बेहद डराने वाली दिखी।

जगह-प्लेटफॉर्म नंबर 1

पैसेंजर्स के एंट्री करने के मेन गेट पर न तो कोई सिक्योरिटी चेक की जा रही थी और न ही किसी पैसेंजर से कोई पूछताछ। पैसेंजर्स कुछ भी लेकर प्लेटफॉर्म के अंदर बड़ी आसानी से जा रहे थे। एंट्री गेट के बगल में ही एग्जिट गेट पर भी सुरक्षा के नाम पर खुलेआम मजाक हो रहा था। बता दें कि कानपुर सेंट्रल स्थित प्लेटफॉर्म नंबर 1 से बड़े-बड़े अधिकारियों और नेताओं, मंत्रियों का आना-जाना दिनभर लगा रहता है। लेकिन इसके बावजूद यहां पर सुरक्षा नाम की चीज ही नहीं दिखी।

यहां से कुछ भी ले जाइए

प्लेटफॉर्म नंबर एक के आखिरी में गार्ड रूम से कुछ दूर पर स्थित एक चोर दरवाजे से आप कानपुर सेंट्रल के अंदर कुछ भी लेकर बड़ी आसानी से जा सकते हैं। आपको कोई सुरक्षाकर्मी रोकेगा नहीं। मंडे को भी यहां सबकुछ भगवान भरोसे ही चल रहा था।

पैसेंजर्स सावधान, खतरनाक है स्थिति

कानपुर सेंट्रल की जो स्थिति मंडे को दिखी उससे साफ है कि पैसेंजर्स सावधान हो जाएं। क्योंकि सुरक्षा के नाम पर सेंट्रल में सिर्फ जीआरपी और आरपीएफ के कुछ सिपाही टहलते हुए दिखे जो ड्यूटी के बजाए वसूली में ज्यादा ध्यान लगाए थे। सेंट्रल की स्थिति रियलिटी चेक के दौरान खतरनाक दिखी। एक दो नहीं बल्कि कई ऐसे प्वाइंट्स दिखे जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए लेकिन सबकुछ भगवान भराेसे दिखा।

शहर के थानों का भी हाल बुरा

गुरुदासपुर में आतंकवादियों ने थाने को अपनी ढाल बनाई। ऐसे में आई नेक्स्ट ने मंडे को शहर के थानों में सुरक्षा के इंतजामों को चेक किया तो पुलिस मुंह चिढ़ाती हुई नजर आई। शहर के थानों में तो कोई भी कुछ लेकर जा सकता है। आई नेक्स्ट टीम सीसामऊ थाने पहुंची तो गेट पर कोई पहरा नहीं दिखा और न ही किसी ने रोकने की कोशिश की। थाने के अंदर बड़े आराम से आई नेक्स्ट टीम होकर बाहर आ गई लेकिन किसी ने रोकने-टोकने की जहमत तक नहीं उठाई। रिपोर्टर जब बाहर आया तो एक व्यक्ति ने जरूर पूछा कि कोई काम हो तो बताओ। कुछ ऐसा ही हाल नजीराबाद, कल्याणपुर, काकादेव, कल्याणपुर समेत कई थानों का दिखा। यहां अगर कोई अनहोनी हो जाए तो थाने की पुलिस सिर्फ बगले झांकेगी। जब पुलिस का ये हाल है तो कानपुराइट्स की सुरक्षा की स्थिति क्या होगी? इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।

चौराहों से लेकर बैंक तक

आई नेक्स्ट टीम ने मंडे को चौराहों से लेकर बैंकों के हेड ऑफिस तक का रियलिटी चेक किया। गुरुदेव टॉकीज चौराहे से लेकर कोकाकोला, जरीब चौकी, टाटमिल समेत कई चौराहों पर सुरक्षा को परखा लेकिन सबकुछ भगवान भरोसे दिखा। इलाहाबाद बैंक के बड़ा चौराहा स्थित ऑफिस के गेट पर पहुंचे। यहां सिक्योरिटी गार्ड ने सिर्फ इतना कहा कि गाड़ी किनारे लगाइए। इसके अलावा कौन-क्या ले जा रहा है। किसी ने पूछने की जहमत नहीं उठाई।

-----------------------

खानापूर्ति करने में हैं माहिर

हर बार की तरह की इस बार भी जैसे ही कानपुर पुलिस को सूचना मिली की गुरुदासपुर में आतंकी हमला हुआ है। थोड़ी देर के बाद पुलिस को शहर की सुरक्षा की याद आई और खानापूर्ति कर दी गई। कोर्ट परिसर पर डॉग स्क्वॉयड और पुलिसबल ने चेकिंग की। बस स्टॉप और रेलवे स्टेशन में भी चेकिंग के नाम पर एक बार फिर खानापूर्ति की गई। लेकिन सवाल ये है कि इस खानापूर्ति से हम सुरक्षित हो जाएंगे।

------------------------

---------------------------

पहले भी फैला चुके हैं दहशत

सिटी में आतंकी कुछ सालों पहले स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले कुकर बम विस्फोट करके दहशत फैला चुके हैं। यह विस्फोट स्वरूपनगर इलाके में हुआ था। इसके साथ ही वे दंगे में पीएसी पर हमला, तत्कालीन एडीएम सिटी सीपी पाठक का मर्डर कर चुके हैं। कल्याणपुर में भी बम बनाते समय विस्फोट होने पर दो लोग मर चुके हैं। वहीं, करीब तीन साल पहले किदवईनगर में एक टैम्पों में बम मिला था। हालांकि पुलिस ने सूचना मिलते ही उसे निष्क्रिय कर दिया था। पिछले साल बाबूपुरवा में भी एक रिमोट डिवाइस मिलने से हड़कम्प मच चुका है।

---------------------------------

कुलीबाजार में हुआ था विस्फोट

कुछ दिनों पहले शहर के कुलीबाजार एरिया में एक मकान में विस्फोट हुआ था। पहले तो इस विस्फोट को साधारण विस्फोट समझा जा रहा था। लेकिन बाद में हुई शुरुआती जांच में ये मालूम चला कि विस्फोट साधारण नहीं बल्कि फिर बारूद को ज्यादा मात्रा में एकत्र होने पर हुआ था। पुलिस समेत कई खुफिया एजेंसियों ने जांच की लेकिन फिर इस मामले को दबा दिया गया। ये विस्फोट रहस्यमयी विस्फोट बन गया और अभी तक इसकी जांच जारी है।

----------------------------------

सेंट्रल स्टेशन हो या फिर बस स्टेशन। हर जगह लोगों का आना-जाना हर समय रहता है। ऐसे में यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। अगर सुरक्षा में कोई लापरवाही बरती जा रही है तो संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पूरी तरह अलर्ट है। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। लोग अलर्ट रहें और कहीं कोई खिलौना या फिर कोई लावारिस चीज पड़ी मिले तो तुरंत 100 नंबर या फिर नजदीकी पुलिस स्टेशन पर सूचना दें। भीड़भाड़ वाले एरिया में जाएं तो चौकन्ने रहें।

आशुतोष पांडेय, आईजी, कानपुर जोन

------------------------

अलर्ट रहें, सुरक्षित रहें

1. भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जानें से बचें। और अगर जाना पड़े तो अलर्ट रहें।

2. चौराहे, रोड, मॉल या फिर सिनेमाहॉल जैसी जगहों पर कोई खिलौना, बैग या लावारिस चीज मिले तो उसको उठाएं या छुएं नहीं बल्कि पुलिस को सूचित करें।

3. कहीं कोई गड़बड़ी दिखे तो तुरंत 100 नंबर पर सूचना दें।

4. बच्चों को समझाना पैरेंट्स की जिम्मेदारी है। बच्चों को सख्त हिदायत दें कि कहीं कोई अट्रैक्टिव चीज पड़ी हो तो उसको उठाने की बिल्कुल भी कोशिश न करें।

5. कहीं किसी संदिग्ध व्यक्ति को कोई संदिग्ध हरकत करते हुए देखें तो पुलिस को सूचना दें।