लगातार सेवन से बच सकते हैं इलाज के हजारों रुपए

ALLAHABAD: कमजोरी, किडनी और पित्त की थैली में पथरी, कब्ज, अपच सहित दर्जनों बीमारियों से बचाव बिना दवाओं के भी संभव है। बस आपको अपने घर की क्यारी में एक पौधा रोपना होगा। कौन सा है यह पौधा और मिलेगा कहां? यह भी जानें। खुशरूबाग में उद्यान विभाग की ओर से आयोजित हरियाली मेले का समापन मंगलवार को हो गया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने हर घर के लिए उपयोगी पौधों की डिटेल ली।

पौधा गुण

सतावर शक्तिव‌र्द्धक, खासकर प्रसव के बाद महिलाओं के लिए अति फायदेमंद

एलोवेरा कब्ज सहित पेट के तमाम रोगों में फायदेमंद है। एलोवेरा एंटी आक्सीडेंट है और बॉडी में टाक्सिंस की मात्रा को कम करता है। यह चेहरे को फ्रेश रखता है।

आंवला विटामिन सी का बेहतर स्त्रोत है। पेट के लिए लाभकारी गुणों वाला है।

पथरचटा- किडनी की पथरी के मरीजों के लिए फायदेमंद। साथ ही तमाम प्रकार के मूत्र विकार में भी लाभयदायक है।

तुलसी तुलसी को हिंदू धर्म में अमृत का दर्जा दिया गया है। इससे बेहतर एंटी आक्सीडेंट शायद ही कोई औषधि हो। शरीर में तमाम विकारों में फायदेमंद मानी जाती है।

मीठी नीम इसे करी पत्ता भी कहते हैं। यह सब्जी के स्वाद को बढ़ाने के साथ पेट के लिए अच्छी मानी जाती है। इसके सेवन से डाइजेशन अच्छा बना रहता है।

सबसे ज्यादा बिके मल्लिका और आम्रपाली

लेकिन, हरियाली मेले का बेस्ट सेलर आम की प्रजाति आम्रपाली और मल्लिका रहे। इनकी हाइब्रिड प्रजाति से सबसे ज्यादा डिमांड रही। जानकारी के मुताबिक पांच दिवसीय मेले में दो हजार से अधिक पौधों की बिक्री हुई। इनमें अमरूद और आम के पौधे सबसे ज्यादा रहे। तीसरे नंबर पर औषधीय गुण वाले पौधे रहे। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मेला समाप्त होने के बावजूद यह पौधे आम जनता के लिए उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा यहां पर पौधों की कीमत प्राइवेट नर्सरी के मुकाबले पांच से दस रुपए कम रखी गई है।

हरियाली मेले का रिजल्ट बेहतर रहा। दो हजार से अधिक पौधे बिके। पब्लिक ने फल, फूल और औषधीय गुण वाले पौधों में रुचि दिखाई है। मेले के अलावा भी कम रेट पर हर प्रकार के पौधे उद्यान विभाग की नर्सरी में उपलब्ध रहेंगे।

अतुल सिंह, उद्यान अधिकारी, खुशरूबाग