-बोर्ड परीक्षा के बनाए गए जोनल मजिस्ट्रेट दूसरे कामों में व्यस्त

- सेक्टर मजिस्ट्रेट नंबर 8 को मालूम ही नहीं है कि उन्हें सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है

KANPUR:

डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन ने यूपी बोर्ड की परीक्षा कराने के लिए जबरदस्त व्यवस्थाएं की थीं, लेकिन जब परीक्षाएं शुरू हुई तो पूरा का पूरा सिस्टम ध्वस्त हो गया। प्रशासन ने ख्ख्फ् परीक्षा केंद्रों में नकल रोकने के लिए क्0 जोनल मजिस्ट्रेट और ख्0 सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए थे, लेकिन डीएम ने जोनल मजिस्ट्रेट की जो लिस्ट जारी की है, उनमें से ज्यादातर अधिकारी गवर्नमेंट के दूसरे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। जिसकी वजह से इन अधिकारियों के पास बोर्ड परीक्षा का जायजा लेने का वक्त ही नहीं है। लापरवाही का आलम यह है कि कुछ सेक्टर मजिस्ट्रेट को तो अभी तक ये भी नहीं मालूम है कि उनकी ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगी है। अब ऐसे में ये सवाल उठना लाजिमी है कि ऐसी व्यवस्थाओं के बीच नकल कैसे रुक पाएगी।

परीक्षाओं के लिए नहीं िमल रहा वक्त

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं क्म् फरवरी से शुरू हो गई थीं। इन परीक्षाओं का जायजा लेने के लिए सिटी के एसीएम और एसडीएम को जोनल मजिस्ट्रेट बनाया गया था। एक जोनल मजिस्ट्रेट ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वर्क लोड इतना ज्यादा है कि परीक्षा की व्यवस्थाओं को देखने का टाइम ही नहीं मिल पा रहा है। शहर की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी भी हमारे ऊपर ही है, अगर एरिया में कहीं कोई समस्या हो जाए तो तुरंत तलब कर लिया जाता है। केस्को का बिजली चोरी अभियान भी हमें ही चलवाना है। एक दो जोनल मजिस्ट्रेट को छोड़कर ज्यादातर ऑफिसर्स अन्य कामों में व्यस्त चल रहे हैं।

ड्यूटी के बारे में नहीं मालूम

बोर्ड परीक्षा के लिए ख्0 सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाए गए हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर को अपनी ड्यूटी के बारे में जानकारी ही नहीं है। इसके अलावा कई सेक्टर मजिस्ट्रेट को दूसरे कामों की वजह से परीक्षाओं का जायजा लेने का वक्त ही नहीं मिल रहा है।

-सेक्टर फ् के मजिस्ट्रेट बनाए गए जिला क्षय अधिकारी डॉ। अनिल सक्सेना से जब बोर्ड परीक्षा का हाल जानना चाहा तो उनका जवाब था कि उनकी ड्यूटी कट गई है, लेकिन अभी तक लिस्ट में उन्हीं का नाम चल रहा है।

-सरसौल ब्लॉक के बीडीओ एसके सिंह से जब बोर्ड परीक्षा के बारे में जानकारी की गई तो उन्होंने बड़े आश्चर्यजनक अंदाज में बोला कि क्या मेरी ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगी है? अरे भाई, मेरी ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में नहीं लगी है। जबकि इन्हें सेक्टर 8 की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनके अंडर में करीब 8 कॉलेज हैं।

-सेक्टर म् के मजिस्ट्रेट बनाए गए ककवन ब्लॉक के बीडीओ जेके परिहार ने बताया कि कुछ सेंटर देखे हैं। जब मौका मिलता है तो परीक्षा केंद्र पर जाते हैं।

-सेक्टर 9 के इंचार्ज आरके कटियार ने कहा कि कहीं लखनऊ से कोई अधिकारी आ जाता है तो कहीं दूसरे काम में लगा दिया जाता है, इसलिए परीक्षा में ज्यादा वक्त नहीं दे पा रहे है।

ऑब्जर्वर तो पहुंचे ही नहीं

यूपी बोर्ड की परीक्षा में शासन ने बेसिक शिक्षा की अपर निदेशक रूबी सिंह को कानपुर मंडल का बोर्ड परीक्षा का पर्यवेक्षक बनाया है। बोर्ड परीक्षा को शुरु हुए क्क् दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक इस शिक्षा अधिकारी ने कानपुर मंडल में चल रही बोर्ड परीक्षा का जायजा नहीं लिया है।

उड़नदस्तों का भी बुरा हाल

नकल पर नकेल कसने के लिए डीआईओएस ने भी भ् उड़न दस्ते बनाए थे जो कि डेली परीक्षा केंद्रों का जायजा ले रहे हैं। लेकिन उनका भी बुरा हाल है। विभाग का कोई अपना ही उनकी गतिविधियों की जानकारी सेंटर्स पर पहले ही पहुंचा देता है, जिसके कारण उचित कार्रवाई नहीं हो पा रही है। वहीं बीएसए का दस्ता तो यदा कदा ही चेकिंग के लिए निकल पा रहा है।