- एजी डिपार्टमेंट से रिटायर्ड ऑफिसर के घर हुई चोरी

- बहादुरपुर थाना एरिया में शातिरों ने बड़ी वारदात को दिया अंजाम

- डॉग स्क्वायड टीम और फिंगर प्रिंट एक्सप‌र्ट्स भी पहुंचे

PATNA CITY: शातिर चोरों ने बहादुरपुर थाना एरिया में चोरी की एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। इस वारदात में शातिरों ने लाखों की ज्वेलरी और कैश पर अपना हाथ साफ किया। मोईनुलहक स्टेडियम के पवेलियन गेट के सामने जिस घर में शातिरों ने चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया, वो घर एजी डिपार्टमेंट से रिटायर्ड ऑफिसर कृष्ण नंदन प्रसाद सिन्हा का है। वारदात के टाईम ग्राउंड से सेकेंड फ्लोर तक पूरा घर खाली पड़ा था। घर के बाहर से लेकर अंदर तक सात गेट हैं। सभी में ताले जड़े थे, जिसे शातिरों ने एक-एक कर सभी को तोड़ डाला।

बीमार नाती को गए थे देखने

घर में कृष्ण नंदन प्रसाद सिन्हा अपनी वाइफ उषा सिन्हा के साथ रहते है। साथ में छोटे बेटे राजेश कुमार व उनकी वाईफ रंजू देवी भी रहती हैं। जबकि बड़ा बेटा विपीन कुमार सिन्हा अपनी फैमिली के साथ पास के ही एक अपार्टमेंट के फ्लैट में रहते हैं। छोटा बेटा अपनी वाईफ के साथ टूर पर गया हुआ है। मंगलवार की रात कृष्ण नंदन प्रसाद सिन्हा अपनी वाईफ के साथ घर में ही थे। उन्हें इंफॉरमेशन मिली की राजेंद्र नगर रोड नंबर क्0 में रह रहे उनके नाती रोहन की तबियत खराब है। रात के करीब 9 बजे पूरे घर का गेट बंद कर वह अपनी वाईफ के साथ नाती को देखने चले गए। लेट होने पर दोनों वहीं रूक गए। जब सुबह म् बजे उषा सिन्हा वापस घर लौटीं तो उनकी आंखें फटी रह गई। घर के मेन गेट से लेकर सभी फ्लोर और रूम के गेट खुले थे, उनमें लटका ताला भी टूटा हुआ था।

आलमीरा में रखे थे ज्वेलरी और कैश

घर में चोरी होने की इंफॉरमेशन उषा सिन्हा ने पूरे फैमिली मेंबर्स को दी। इसके बाद घर में रखे सारे सामान कां खंगाला गया। इस बारे में बड़े बेटे विपीन कुमार सिन्हा ने बताया कि घर में सात आलमारियों में ज्वेलरी और कैश रखे थे। जिसमें सोने की टॉप्स, अंगुठी, चेन, कंगन और चांदी के बर्तन शामिल थे। जिसकी कीमत करीब म् लाख की है। इसके अलावा एक आलमिरा में रखे ब्भ् हजार और रंजू के आलमिरा में रखे 8भ् हजार की चोरी कर ली गई।

एक्सपर्ट को मिले उंगलियों के निशान

चोरी की वारदात की इंफॉरमेशन मिलने के बाद बहादुर पुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। बड़ी वारदात होने के बावजूद पुलिस के बड़े अधिकारी तो नहीं आए, पर इंवेस्टीगेशन के लिए डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम को बुलाया गया। डॉग स्क्वायड की टीम को कुछ सफलता नहीं मिली। लेकिन एफएसएल टीम के हाथ कुछ सबूत जरूर लगे। टीम में शामिल फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को आलमिरा और लॉकर के पास शातिरों के उंगलियों के अलग-अलग निशान मिले। बहादुर पुर थाने में फिलहाल अज्ञात शातिरों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले को तेजी से इंवेस्टिगेट करने का दावा किया है।