RANCHI: राज्य के फ्0 कॉलेजों को विकास कार्य के लिए दो-दो करोड़ रुपए आवंटित कर दिए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक कॉलेज व एफिलिएटेड कॉलेज भी शामिल हैं। राजधानी के तीन कॉलेज सेंट जेवियर, योगदा सत्संग व निर्मला कॉलेज भी शामिल हैं। इससे पहले एटीआई में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान: चुनौतियां व अवसर विषय पर आयोजित वर्क शॉप में शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने सभी कॉलेजों को डेवलपमेंट फंड के लिए नैक से मूल्यांकन कराने पर जोर दिया।

सभी कॉलेज नैक से कराएं मूल्यांकन: मंत्री

तकनीकी एवं उच्च शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित वर्कशॉपमें उन्होंने कहा कि सरकार के पास फंड की कमी नहीं है। प्रस्ताव मिलते ही संबंधित संस्थान को राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नैक से सभी कॉलेजों का मूल्यांकन जरूरी है। बगैर मूल्यांकन कराएं हायर एजुकेशन शिक्षण संस्थान को विकास कार्य के लिए फंड नहीं मिलेगा। इसलिए सभी कॉलेज नैक से मूल्यांकन जरूर करा लें।

रूसा एक मिशन: एके सिंह

तकनीकी एवं उच्च शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान रूसा एक मिशन है। इसके तहत कुल राष्ट्रीय औसत को बढ़ाना है। इसी के तहत सरकार ने सेकेंड शिफ्ट की पढ़ाई यूनिवर्सिटी में शुरू की है। ख्0ख्ख् तक जीआईआर ख्ख् परसेंट करना टारगेट है। इस टारगेट की प्राप्ति के लिए राज्य के क्क् जिलों में महिला कॉलेज की स्थापना, शैक्षणिक रूप से पिछडे जिलों में आदर्श कॉलेज की स्थापना और निजी यूनिवर्सिटी शुरू करने का निर्णय सरकार ने लिया है। मौके पर रूसा के नोडल पदाधिकारी डॉ। नीतेशराज,डॉ। एमपी सिन्हा,डॉ। शंभू दयाल ने भी अपने विचार रखे।

इससे पहले अतिथियों का स्वागत करते हुए विभागीय प्रधान सचिव अजय कुमार ने संबंधित विषय पर विस्तार से बताया। मौके पर रांची यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ। रमेश कुमार पांडे,कोल्हान यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ। आरपीपी सिंह,एसकेएम के वीसी डॉ। कमर अहसन,एनपीयू के वीसी डॉ। एएन ओझा,उच्च शिक्षा निदेश डॉ। डीएन ओझा सहित कई गणमान्य मौजूद थे।