- एडमिशन देने से पहले कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन बोर्ड की वेबसाइड से करेगा वेरीफाई

-पीपीएन में बनाई गई डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन सेल, 4 जुलाई को पहली कटऑफ

- डीबीएस, डीजी, डीएवी और जुहारी में पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्रवेश

KANPUR: सिटी के प्रॉमिनेंट डिग्री कॉलेज इस बार फेक मार्कशीट से एडमिशन लेने की कोशिश करने वालों पर पैनी निगाह रखेंगे। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन अब बोर्ड की वेबसाइट से डॉक्यूमेंट्स वेरीफाई करने के बाद ही एडमिशन के लिए ग्रीन सिग्नल देगा। अगर कोई फेक मार्कशीट लेकर एडमिशन के लिए आया तो उसे जेल की हवा खानी पड़ेगी।

सेल से लेनी होगी एनओसी

जानकारी हो कि पिछले साल पीपीएन कॉलेज में 11 स्टूडेंट्स ने फेक मार्कशीट से एडमिशन करवा लिया था। कॉलेज ने जब बोर्ड की वेबसाइट से मिलान कराया तो मामला खुल गया। कॉलेज ने ऐसे सभी स्टडेंट्स को टर्मिनेट कर दिया था। लेकिन इसके चलते कई अच्छे मा‌र्क्स वाले स्टूंडेंट एडमिशन से वंचित रह गए थे। प्रकरण को ध्यान में रखते हुए इस बार कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन पहले से ही अलर्ट है। इस बार मार्कशीट व कास्ट कैटेगिरी सर्टिफिकेट का वेरीफिकेशन कराने के लिए डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन सेल बना दिया है। सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद स्टूडेंट्स को इस सेल से एनओसी हासिल करनी होगी। इसके बाद ही एडमिशन दिया जाएगा।

860 सीटों के लिए 3800 आवेदन

पीपीएन कॉलेज के एक्टिंग प्रिंसिपल प्रो। एसके गुप्ता ने बताया कि बीए, बीएससी और बीकॉम समेत कुल 860 सीटों पर एडमिशन के लिए करीब 3800 स्टूडेंट्स ने एडमिशन के लिए आवेदन किया है। जिसमें 250 स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन अप्लाई किया है। पहली कट ऑफ लिस्ट 4 जुलाई को जारी की जाएगी। डिपार्टमेंट वाइज फार्म की लिस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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शक होते ही पुलिस के हवाले

वीएसएसडी कॉलेज में बीएससी, बीए व बीकॉम की 1480 सीटों के लिए करीब 4500 फार्म बिके हैं। कॉलेज प्रिंसिपल प्रो। एएस भटनागर ने बताया कि पहली कट ऑफ लिस्ट 3 जुलाई को लगाई जाएगी। प्रो। भटनागर ने बताया कि फेक मार्कशीट की जांच के लिए कॉलेज में कुछ सीनियर प्रोफेसर की मदद ली जा रही है। सभी बोर्ड की वेबसाइट से मार्कशीट का मिलान किया जाएगा। जरा भी शक हुआ तो उस स्टूडेंट को पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। मार्कशीट के वेरीफिकेशन के बिना एडमिशन किसी भी स्टूडेंट को नहीं मिलेगा।

कैटेगिरी सर्टिफिकेट की भी जांच

बीएनडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। विवेक द्विवेदी ने बताया कि जिन स्टूडेंट्स का मेरिट लिस्ट में नाम आ जाता है। उनकी मार्कशीट का वेरीफिकेशन बोर्ड की वेबसाइट से कराया जाता है। अगर किसी बोर्ड का वेरीफिकेशन न हो पाया तो स्टूडेंट को प्रोविजनल एडमिशन दिया जाता है। बोर्ड से वेरीफाई होने के बाद उसका एडमिशन क्लियर किया जाता है। कैटेगिरी सर्टिफिकेट की भी जांच भी इंटरनेट से ही कराई जाएगी। जरूरत पड़ी तो फिर जिला प्रशासन के पास प्रमाणपत्र भेजा जाएगा। बीएनडी कॉलेज की पहली एडमिशन लिस्ट 4 जुलाई को जारी की जाएगी। बीएससी में 900 और बीकॉम सेल्फ फाइनेंस में 360 स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाएगा। अभी तक 1260 सीट्स के लिए 2800 से ज्यादा फार्म बिक चुके हैं और 2000 एडमिशन फार्म जमा हो चुके हैं।

सीधे एडमिशन लेना है तो

जुहारी देवी पीजी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ। बेबीरानी अग्रवाल ने बताया कि कॉलेज में पहले आओ पहले पाओ प्रॉसेस से एडमिशन शुरू हो गए हैं। इसी तरह से अर्मापुर पीजी कॉलेज मे भी एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। एएनडी कॉलेज, डीजी कॉलेज, डीएवी कॉलेज में स्टूडेंट्स को सीधे एडमिशन दिया जा रहा है।

नेताजी भी सक्रिय हुए

एडमिशन शुरू होते ही हर कॉलेज में कुछ कथित छात्र नेता दलाल के रूप में सक्रिय हो जाते हैं। जो मोटी रकम लेकर एडमिशन कराने का दावा कर स्टूडेंट्स को जाल में फंसाते हैं। ऐसे ही स्टू्रडेंट्स को फेक मार्कशीट के जरिए एडमिशन दिलाने का प्रयास किया जाता है। इसलिए इस बार नेताजी जिला प्रशासन के बाबुओं से मिलीभगत कर कैटेगिरी सर्टिफिकेट में खेल कर सकते हैं। इस बार कॉलेजों की मेरिट लिस्ट काफी हाई जाने की संभावना है। जिसकी वजह से यह खेल भी नेता जी खेलने में नहीं चूकेंगे।