- विश्व में छाई वैश्विक मंदी में कमी आने का बन रहा है योग

KANPUR : कई वर्षो बाद इस वर्ष शारदीय नवरात्र दस दिन के होंगे। खास बात यह भी है कि प्रथम दिन कलश स्थापना के लिए पूरे दिन मुहूर्त रहेगा। आचार्यो का मानना है कि इस बार नवरात्र के बाद से पूरे विश्व में वैश्विक मंदी के दौर में आश्चर्यजनक रूप से कमी आने के योग बन रहे हैं।

एक अक्टूबर से शारदीय नवरात्र प्रारम्भ हो रहे हैं। प्रथम प्रतिपदा की तिथि 1 व 2 अक्टूबर को होने से नवरात्र का कुल अंतराल 10 दिन का होगा। प्रथम दिन कलश स्थापना का मुहूर्त पूरे दिन रहेगा, लेकिन कुछ विशेष योग प्रात: 4:36 बजे से 7:03 बजे तक व 11:45 से दोपहर 12:35 बजे तक कलश स्थापना का विशेष फल प्राप्त होगा।

दस महाविद्या का पूजन जरूर करें

आचार्य पं। दीपक पाण्डेय के मुताबिक नवरात्र के दिनों में दस महाविद्या का पूजन अवश्य करना चाहिए। प्रतिपदा से नवमी तक नौ देवियों के पूजन से मां दुर्गा की विशेष कृपा मिलती है। नवरात्र के दौरान कुआंरी पूजन कर उनको भोजन अवश्य कराना चाहिए।

कलश स्थापना के समय ध्यान रखें

- महिलाएं खुले बाल कतई न रखें

- कलश में जल भरकर मौलि जरूर बांधे

- विशेष कामना के लिए कलश को घी से भरें

- कलश पर नारियल हमेशा खड़ा रखे

- अखण्ड ज्योति जलाते समय माचिस की तीली पीछे फेंके

- नवरात्र के दौरान वाणी में मधुरता रखें

- महिलाओं के सम्मानपूर्वक बातचीत करें

- कलश के नीचे बोई गई जौं थोड़ी सा उखाड़ कर धन स्थान पर रखें