वह करीब एक साल से घर में कैद हो कर रह गई है। हद तो तब हो गई जब मनचलों ने लड़की के घर के दरवाजे पर कालिख पोत दी और उसके नाम को सार्वजनिक स्थान पर लिख कर परिवार को शर्मसार करने का काम किया। लड़की के पिता जो कि पेशे से अधिवक्ता हैं शुक्रवार की सुबह जब घर से बाहर निकले तो देखा उनके मकान के बाहरी हिस्सा पर कालिख पोता गया है। साथ ही पोस्टर चिपका हुआ है। जिसमें धमकी और लड़की के बारे में अभद्र बातें लिखी गई हैं. 

घरवालों ने फौरन मेहंदीगंज थाना को सूचित किया। मामले की जानकारी के लिए एक दारोगा तो आए लेकिन कार्रवाई की बात कह चल दिए। इधर, पीडि़त पिता एवं उनके भाई का कहना है कि इस मामले में दो बार थाना में मामला दर्ज हुआ। दोनों युवक जेल भी गए। फिलहाल जमानत पर हैं। सीएम से लेकर एसएसपी के दरबार तक गुहार लगा लिए, मगर कोई नहीं सुन रहा। एक बार फिर मेहंदीगंज थाना की पुलिस को लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई है.

परिजन के द्वारा सूचना देने पर पुलिस जांच के लिए गई थी। शिकायत को पूर्व में दर्ज कांड में जोड़कर लिखे नमूना को जांच के लिए भेजा जाएगा। कार्रवाई जारी है.
-अरुण कुमार सिंह, एसएचओ, मेहंदीगंज थाना

 

वह करीब एक साल से घर में कैद हो कर रह गई है। हद तो तब हो गई जब मनचलों ने लड़की के घर के दरवाजे पर कालिख पोत दी और उसके नाम को सार्वजनिक स्थान पर लिख कर परिवार को शर्मसार करने का काम किया। लड़की के पिता जो कि पेशे से अधिवक्ता हैं शुक्रवार की सुबह जब घर से बाहर निकले तो देखा उनके मकान के बाहरी हिस्सा पर कालिख पोता गया है। साथ ही पोस्टर चिपका हुआ है। जिसमें धमकी और लड़की के बारे में अभद्र बातें लिखी गई हैं. 

 

घरवालों ने फौरन मेहंदीगंज थाना को सूचित किया। मामले की जानकारी के लिए एक दारोगा तो आए लेकिन कार्रवाई की बात कह चल दिए। इधर, पीडि़त पिता एवं उनके भाई का कहना है कि इस मामले में दो बार थाना में मामला दर्ज हुआ। दोनों युवक जेल भी गए। फिलहाल जमानत पर हैं। सीएम से लेकर एसएसपी के दरबार तक गुहार लगा लिए, मगर कोई नहीं सुन रहा। एक बार फिर मेहंदीगंज थाना की पुलिस को लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई है।

 

परिजन के द्वारा सूचना देने पर पुलिस जांच के लिए गई थी। शिकायत को पूर्व में दर्ज कांड में जोड़कर लिखे नमूना को जांच के लिए भेजा जाएगा। कार्रवाई जारी है।

-अरुण कुमार सिंह, एसएचओ, मेहंदीगंज थाना