- सीसीएसयू बीटेक के छात्रों पर हॉस्टल में घुसकर किया था जानलेवा हमला

Meerut : बुधवार रात्रि सीसीएस यूनीवर्सिटी में मारपीट करने और फाय¨रग करने वाले तीन छात्रों को विवि प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही तीनों आरोपी छात्रों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिसका जवाब उन्हें 15 अक्टूबर तक देना है।

किया था जानलेवा हमला

बुधवार की रात को सर छोटूराम इंजीनिय¨रग इंस्टीट्यूट के बीटेक के छात्र धमेंद्र रावत, दीपक और अभय पर हॉस्टल में कुछ छात्रों ने जानलेवा हमला किया था। इसमें हमला करने वालों ने पिस्टल की बट से धमेंद्र के सिर पर वार किया था, अन्य दो छात्रों को मारपीट करने के बाद हमलावार फाय¨रग करते हुए फरार हो गए। रात में पीडि़त छात्रों ने तीन छात्रों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

स्टूडेंट्स को निलंबित किया

गुरुवार को विवि में इस मामले में प्रोक्टोरियल बोर्ड की बैठक हुई। जिसमें तीनों नामजद छात्र ऋभष, संदीप, राजजीत को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस की रिपोर्ट आने तक वह विवि से सस्पेंड रहेंगे। विवि ने इन तीनों छात्रों ने स्पष्टीकरण भी मांगा है। हॉस्टल के वार्डन प्रो। एसके चौबे ने बताया कि यह मामला रैगिंग का नहीं था, आपस में किसी बात को लेकर छात्रों ने मारपीट की थी, कुछ बाहरी छात्र के होने की बात आ रही है। विवि ने प्रथम दृष्टया आरोपी छात्रों को सस्पेंड कर दिया है।

रैगिंग की शिकायत से मुकरा छात्र

मेरठ कालेज में बीए प्रथम वर्ष का छात्र रैगिंग के आरोपों से पलट गया है। बुधवार को सौरभ सेहरावत ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि रैगिंग के दौरान सीनियर छात्रों ने उसके कपड़े उतारकर रैगिंग और मारपीट की। गुरुवार को छात्र अपने अभिभावक के साथ कालेज के प्रिंसिपल डॉ। एनपी सिंह और चीफ प्रॉक्टर से मिला। जहां अपने पूर्व बयान से पलटते हुए कहा कि उसके साथ मारपीट की गई थी, कपड़े नहीं उतारे गए थे, रैगिंग भी नहीं हुई है। उसने जिस शिकायत पत्र पर हस्ताक्षर किया था, उसे सीनियर ने लिखा था, उसने केवल उस पर हस्ताक्षर किया था। उधर, इस मामले में कालेज प्रशासन ने कहा है कि मारपीट करने वाले छात्र कालेज के नहीं है, फिर भी इसकी जांच की जा रही है।