- मेरठ से दिल्ली का सफर महज 40 मिनट में होगा पूरा, 26 जनवरी से पहले शुरू हो जाएगा काम

- आकांक्षा अनिरूद्ध फाउंडेशन की संगोष्ठी में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने की घोषणा

- कार्यक्रम में मौजूद जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने गंगा को निर्मल एवं विरल बनाने की ली शपथ

Meerut: दिल्ली से मेरठ का रास्ता बहुत खराब है। क्षेत्रीय सांसद राजेन्द्र अग्रवाल के कहने पर आज मैने उसका स्वयं निरीक्षण किया है, लेकिन अब मेरठ वालों की परेशानी बहुत जल्दी खत्म होगी। क्योंकि, मेरठ से तीन ऐक्सिस हाईवे बनाए जाएंगे। इसके बाद दिल्ली से मेरठ का सफर महज 40 मिनट में पूरा हो जाएगा। यह काम आगामी 26 जनवरी से पहले ही शुरू करवा दिया जाएगा। इसके लिए बजट तैयार कर लिया गया है। तीनों हाईवे पूरे होने में दस हजार करोड़ रुपए लगेंगे। यह घोषणा भारत सरकार में सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सीसीएयू के सुभाष चंद्र बोस सभागार में एक संगोष्ठी के दौरान की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करने आई जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने गंगा को निर्मल एवं विरल रखने की शपथ ली। साथ ही काली नदी व औद्योगिक क्षेत्र को गंगा मैली करने का जिम्मेदार बताया।

नहीं लगेंगे दो घंटे

रविवार को आकांक्षा अनिरूद्ध फाउंडेशन के तत्वावधान में सीसीएसयू के ऑडिटोरियम में संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व विशिष्ट अतिथि के रूप में जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने शिरकत की। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सड़क एवं परिवहन जहाज रानी मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अब मेरठ के लोगों को दिल्ली पहुंचने में दो घंटे नहीं लगेंगे। आने वाले दो साल के अंदर मेरठ से दिल्ली का सफर तय करने महज 40 मिनट लगेंगे।

ये हाईवे बनेंगे ऐक्सिस

-मेरठ से दिल्ली वाया हापुड़ 104 किमी एट लेन हाईवे बजट 6 हजार करोड़ रुपए

-मेरठ से दिल्ली वाया मोदीनगर 65 किमी फोर लेन हाईवे बजट 1600 करोड़

-मेरठ से नजीबाबाद 112 किमी लेन लाइन हाईवे बजट 2400 करोड़ रुपए

गंगा के लिए 20 हजार करोड़

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि गंगा सफाई के लिए सरकार बनते ही 20 हजार करोड़ रुपए जारी किए गए थे, जिन पर कैबिनेट की मोहर लगना बाकी है। शंकर की जटाओं से पानी निकलते ही गंगा की सफाई शुरू करा दी जाएगी। साथ ही गंगा आने वाले 100 साल तक निर्मल व विरल रहे। इसके लिए योजना तैयार की जा रही है।