-पुलिस लाइन में किडनैपर्स से छुड़ाए गए तीनों छात्रों ने सुनाई आपबीती

-कहा-पुलिस ने रिकवर किया तो लगा अब दूसरे गिरोह को सौंप रहे हैं

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RANCHI(24 स्द्गश्च): वो 17 दिन खौफ के साये में कैसे गुजरे, उसे याद कर अभी भी रूह कांप जाता है। वे नंगे पैर जंगलों-पहाड़ों पर कई-कई किमी चलाते थे। खाना तो दूर पीने को पानी भी नसीब नहीं होता था। थोड़ा आराम करना चाहते थे तो वे मारपीट करने पर उतारू हो जाते थे। हर पल सिर पर मौत का साया मंडराता रहता था। अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराए गए शिवम सिंह, अभिषेक और गौरव ने पुलिस लाइन में अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि जब भी किडनैपर्स को पुलिस के बारे में जानकारी मिलती, वे लोग ठिकाना बदल लेते थे। इस दौरान किसी पर भी भरोसा करना मुश्किल जान पड़ रहा था।

किसी पर नहीं था भरोसा

मुक्त कराए गए युवकों ने बताया कि जब पुलिस टीम ने रिकवर किया, उस वक्त भी लगा कि हमें दूसरे गिरोह को सौंपा जा रहा है। उसने भी अपना कोड पुलिस ही रखा है। जब पुलिस वालों ने कहा कि वे ओरिजनल पुलिस वाले हैं, तब हमने कहा कि अंकल(बुंडू इंस्पेक्टर संचमान तामंग), क्या हमलोग अब घर जा सकते हैं। अंकल ने कहा कि हां, अब यहां से घर ही जाएंगे। अभिषेक ने कहा कि इसके बाद इंस्पेक्टर ने एसएसपी कुलदीप द्विवेदी से बात करवाई। एसएसपी ने शिवम सिंह से बात की। फिर पूरे प्रकरण की जानकारी परिजनों को देने के बाद घटनास्थल पर पहुंचे और छुड़ाए गए बच्चों से परिजनों को मिलवाया।

मुक्त कराए गए युवकों ने कहा (बॉक्स)

पुलिस बताकर किया अगवा : अभिषेक

अभिषेक उर्फ शैंकी सिंह ने कहा कि लड़की से मिलने जाने से इनलोगों को मना किया था। रिंग रोड में भी शंका हुआ कि कुछ गड़बड़ है। इसके बाद मैंने शिवम सिंह को गाड़ी भगाने के लिए कहा था। पर, शिवम ने कहा कि डरते क्यों हैं, जो होगा देखा जाएगा। शैंकी का कहना था कि उनलोगों ने छल से उनका अपहरण किया। उन्होंने खुद को पुलिस वाला बताया, इसी में धोखा खा गए।

नंगे पांव जंगलों-पहाड़ों में चलाया : शिवम सिंह

पुलिस लाइन में शिवम सिंह ने बताया कि जब भी किडनैपर्स को पुलिस के बारे में जानकारी मिलती, वे लोग ठिकाना बदल लेते थे। उन्हें जंगलों, पहाड़ों में नंगे पांव चलाया जाता था। कहा जाता था कि तुमलोगों को बहुत दूर जंगल में लाया गया है।

पहले तो पुलिस को समझा नक्सली : गौरव

गौरव ने बताया कि उसने तो पहले पुलिस को नक्सली समझा, लेकिन जब समझा कि पुलिस है तो उनलोगों की आंखों में चमक आ गई थी और वे लोग पुलिस वालों से लिपट गए थे।

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चार्जशीटेड है कांग्रेस नेता अशोक सुंडी

अपहरण मामले में आरोपी अशोक सुंडी विधानसभा चुनाव लड चुका है। उसके खिलाफ चाईबासा में दर्जनों आपराधिक कांड दर्ज हैं।