- दो थे बीमार, तीसरे को कर्ज चुकाने को नहीं मिली नई करेंसी, पड़ा अटैक

आगरा: नोटबंदी के चलते तीन लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। मथुरा के नगला खेरा निवासी 45 वर्षीय सपा नेता डालचंद कर्ज चुकाने के लिए कई दिन से पुरानी करेंसी को नई में बदलवाने को लाइन में लग रहे थे, लेकिन नई करेंसी नहीं मिली। इससे वह तनाव में आ गए। बुधवार रात उनके सीने में अचानक तेज दर्द उठा। उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इसी तरह आगरा में डौकी के ग्राम दुज्जीपुरा निवासी कप्तान सिंह कुशवाह (48) एक सप्ताह से बीमार थे। पहले निश्शुल्क चिकित्सा शिविर फिर झोलाछाप से इलाज कराया। फायदा न होने पर वह सोमवार को कैनरा बैंक पैंतीखेड़ा से पैसा निकालने के लिए लाइन में लगे थे, लेकिन धक्के खाने के बाद भी पैसा नहीं मिल सका। गुरुवार सुबह कप्तान सिंह के रिश्तेदार पैसा लेकर पहुंचे और अस्पताल ले जाने को गाड़ी मंगा ली गई, तभी उनकी मौत हो गई। उधर, आगरा में ही बरौली अहीर के गांव कबूलपुर निवासी जमुनादास (34) भी चार दिन से बीमार था। भाई संतराम ने बताया कि वह कई बार बैंक की लाइन में लगे पर निराश लौटे। सर्दी से बुखार आने पर बुधवार रात उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई।