पुलिस ने नंबर पर काम करना किया शुरू

आरोपी से हुई पूछताछ में पुलिस को मिली महत्वपूर्ण जानकारियां

आगरा। डॉ। भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट खुलासे में अब तीन दर्जन फोन नंबर पूरा राज खोलेंगे। पुलिस ने इन नंबर को ट्रेस कर काम शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि इन फोन नंबर के द्वारा ही फर्जी मार्कशीट का खेल किया गया है। भले ही डीआईजी की टीम ने हाईप्रोफाइल गिरोह का पर्दाफाश कर दिया हो लेकिन अभी भी कई बड़े गिरोह के लोग पुलिस की पकड़ से काफी दूर हैं।

एक आरोपी को भेजा जेल

पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी योगेश गौतम को जेल भेज दिया है। विवि सोर्सेज की मानें योगेश से हुई पूछताछ में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हुई हैं। जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

विवि को रिपोर्ट का इंतजार

डॉ। भीमराव अम्बेडकर विवि की फर्जी मार्कशीट खुलासे में कई सवाल सिर्फ जुबान पर बने हुए हैं। विवि अधिकारी भी अब बेबस होकर सिर्फ पुलिस रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। इस फर्जीवाडे़ में जिन पर पुलिस की शक की सुई घूमी और जिनके नाम सामने आ रहे है। उनकी भूमिका को लेकर विवि अधिकारियों ने भी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।

अटक रहीं सांसे

डीआईजी की टीम द्वारा फर्जी मार्कशीट के हाई प्रोफाइल गिरोह का पर्दाफाश किया है, लेकिन इस गिरोह के कई सदस्य अभी भी पुलिस की नजरों से बचे हुए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से यूनिवर्सिटी के दागी कर्मचारियों की सांसें भी अटक गई हैं। इस मामले में यूनिवर्सिटी के एक कर्मचारी के नाम का पुलिस ने खुलासा कर दिया है, अब कर्मचारियों को भय सता रहा है कि कहीं वे भी इस मामले में पुलिस के चंगुल में न फंस जाएं।