>RANCHI: ख्ख् अक्टूबर, ख्0क्क् को सदर थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर में एक महिला, उसके भतीजे और बच्चे को मौत के घाट उतारने का आरोपी राजकुमार मुंडा अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। इतने दिनों में आरोपी को नहीं ढूंढ पाई पुलिस अब वैसे लोगों से उसका पता पूछ रही है, जिन्होंने महिला का पति बताने वाले राजकुमार को फोन पर घटना की जानकारी देने की कोशिश की थी। हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता एसएन यादव की इस पूछताछ से घटना की जानकारी देनेवाले ये लोग परेशान हैं। इन्हें समझ नहीं आ रहा है कि अब ये लोग क्या करें। ये लोग पुलिस के झमेले में नहीं फंसना चाह रहे हैं।

यह था मामला

सिटी के जयप्रकाश नगर स्थित शुभकामना नामकमकान में रेंट पर रह रही महिला केसरी देवी, मासूम पंकज कुमार व भतीजे रूपेश की डेडबॉडी संदेहास्पद हालत में बरामद की गई थी। जबकि पांच साल के मासूम विवेक को बचा लिया गया था। ये लोग महीने भर से एलएनपी सक्सेना के मकान में रेंट पर रह रहे थे। उस वक्त मकान मालकिन को महिला के साथ रह रहे राजकुमार मुंडा ने खुद को उसका पति बताया था।

हत्या के बाद फरार होकर किया था फोन

राजकुमार ने मकान मालकिन शशिप्रभा को कॉल कर कहा था कि पत्‍‌नी फोन नहीं उठा रही है। इसके बाद शशिप्रभा उसके कमरे का दरवाजा खटखटाई, लेकिन अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसके बाद कमरे की खिड़की किसी तरह खोली गई, तो कमरे में बच्चे को गिरा हुआ देखा गया था। हत्या करने के बाद राजकुमार मुंडा वहां से फरार हो गया था और खुद को जमशेदपुर में रहने की बात बताई थी। घटना के बाद से उसका मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था।

जहर देकर मारने की आई थी रिपोर्ट

मौके पर एफएसएल की टीम भी पहुंची थी और तकरीबन डेढ़ घंटे तक जांच की थी। जांच रिपोर्ट पुलिस को मिली है, जिसमें जहर देकर मारने और इसके बाद घर में आग लगाने की बात सामने आई थी।

नक्सली जोनल कमांडर मुड़कटवा की पत्‍‌नी थी केसरी

केसरी देवी एमसीसीआई सिसई जोन के कमांडर उदयनाथ उरांव उर्फ मुड़कटवा की पत्‍‌नी थी। उदय को ख्0 नवंबर ख्008 को गुमला से अरेस्ट किया गया था। इससे पहले वह लोहरदग्गा जेल से एक बार फरार भी हो चुका था। राजकुमार मुंडा नक्सली संगठन का ही सदस्य था। जो संगठन के कहने पर केसरी देवी को पैसे और अन्य चीजें पहुंचाता था। इसी बीच केसरी और राजकुमार मुंडा के बीच अवैध संबंध बन गए थे। इसकी जानकारी किसी ने उदयनाथ उरांव को दे दी थी। नक्सली संगठन के डर और उदयनाथ उरांव के खौफ से उसने जहर देकर महिला, उसके भतीजे और बच्चे को मार डाला, फिर घर में आग लगा दी थी।