RANCHI: चुटिया के जिन स्कूली छात्रों को फिरौती के लिए अगवा किया गया था। उसका मास्टरमाइंड चंदन सोनार गिरोह के राकेश सिंह उर्फ डिंपू उर्फ टकला का सहयोगी राकेश कुमार सिंह उर्फ जॉन है। वह पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस उसकी तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है। राकेश कुमार सिंह गुजरात के चर्चित व्यवसायी सोहेल हिंगोरा अपहरण कांड में शामिल था। वर्ष ख्0क्ब् में पटना सीआइडी की टीम ने चुटिया थाना क्षेत्र के कृष्णापुरी स्थित राकेश सिंह उर्फ डिंपू, रेलवे कालोनी स्थित राजेश सिंह उर्फ जॉन के अलावा द्वारिकापुरी और कृष्णापुरी स्थित अनिल सिंह के घर की कुर्की भी कर चुकी है। राकेश सिंह मूल रूप से धुर्वा का रहनेवाला है। चुटिया के अमरावती कॉलोनी में उसके मामा मंजय सिंह का घर है। मंजय सिंह की स्टेशन रोड में दस साल पूर्व गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामा की हत्या के बाद वह बदला लेने के लिए राकेश सिंह उर्फ डिंपू के गिरोह में शामिल हो गया था और उसके साथ ही अपहरण के धंधे से जुड़ गया था। राकेश सिंह उर्फ जॉन चुटिया के पवन ठाकुर हत्याकांड, मेन रोड के शराब कारोबारी अनूप चावला पर गोली चलाने का भी आरोपी है। गुजरात के व्यवसायी अनूप हिंगोरा के पुत्र सोहेल हिंगोरा के दमन से अपहरण करने के मामले में राकेश सिंह को लाखों रुपए मिले थे। उस राशि से डिंपू सिंह ने क्0 लाख में पजेरो भी खरीदी थी।

पहले भी अपहरणकांड में कई नेताओं के आ चुके हैं नाम

राज्य में अपहरण के मामले में कई बार बिहार तो कई बार झारखंड के सफेदपोशों का नाम आया है। अगवा करने वाले गिरोह का काम व्यवसायियों का अपहरण कर उससे फिरौती वसूलना है। गिरोह का सरगना बिहार से वास्ता रखता है।

इंटरस्टेट गिरोह के तार बिहार से जुड़े

पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक छानबीन के दौरान जो साक्ष्य मिले हैं, उनके अनुसार छपरा से जुड़े अपहरणकर्ताओं का गैंग बेहद प्रोफेशनल है। इसका कई राज्यों में नेटवर्क है। इसके छिपने के ठिकानों व सूचना तकनीक से लैस होने की भी जानकारी मिली है। पुलिस उन फोन कॉल के रेकॉर्ड खंगाल रही है, जिनके माध्यम से उसने फिरौती वसूल करने के पूर्व आपस में बातचीत की थी।

चंदन सोनार के लिए काम करता है राकेश सिंह

उल्लेखनीय है कि राकेश सिंह फिरौती के लिए अपहरण करनेवाले गिरोह के मास्टरमाइंड चंदन सोनार के लिए काम करता है। हाल ही में राकेश सिंह का नाम शराब कारोबारी अनूप चावला पर फायरिंग में भी सामने आया था। राकेश सिंह कई मामलों में जेल भी जा चुका है। उसने छात्रों को उठाने के लिए अपने सहयोगियों के साथ शिवम सिंह के बारे में पहले रेकी की, फिर उसे लड़की का सहारा लेकर बुलाया गया।

मैंने तो सोच लिया था, ख्0 लाख देंगे, फिर काम तमाम: मदन सिंह

बेटे के मिलने की खुशी में भाजपा नेता मदन सिंह ने कहा कि मैंने तो सोच लिया था कि बोरे में ख्0 लाख रुपए लेकर जाते। फिर, रुपए देकर उनलोगों का काम तमाम कर डालते। सब बुतरू है। पैसे ही चाहिए तो बोलो, ऐसे ही लाख दो लाख दे देंगे, लेकिन बच्चे को किडनैप कर मांग रहे हैं, कभी ख्भ् करोड़। कभी ख्0 करोड़ तो कभी क्भ् करोड़। ऐसा भी कहीं होता है।

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भ् आईपीएस, फ् डीएसपी, ब् थानेदार ने निभाई अहम भूमिका

अपहरणकांड के उद्भेदन में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आईजी नवीन कुमार सिंह, कोल्हान डीआईजी साकेत कुमार सिंह, डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर, एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, चाईबासा एसपी अनीश कुमार गुप्ता, मुख्यालय टू डीएसपी विजय कुमार सिंह, कोतवाली डीएसपी भोला प्रसाद सिंह, इंस्पेक्टर रतिभान सिंह, इंस्पेक्टर रामोद कुमार सिंह, एक महिला पुलिस अधिकारी समेत रांची में पदस्थापित कई पुलिसकर्मियों की भूमिका सराहनीय रही।