खर्चा तीन हजार, कमाई लाखों

-राजधानी के कई पेट्रोल पंपों का फर्जीवाड़ा उजागर

यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार शाम 7 पेट्रोल पंप पर मारा था छापा, एफआईआर

-23 आरोपी अरेस्ट, प्रदेश भर के हजारों पेट्रोल पंप रडार पर

LUCKNOW : पेट्रोल पंप मालिक वेंडिंग मशीन में जिस चिप को लगाकर हर महीने लाखों की कमाई कर रहे थे, उसकी असल कीमत जानकर हैरान रह जाएंगे आपजी हां, उस चिप व रिमोट कंट्रोल सेट की कीमत है महज तीन हजार रुपये। इस चिप को इंस्टॉल करने वाले राजेंद्र कुमार से जब एसटीएफ ने पूछताछ की तो उसने जानकारी दी। हालांकि, वह तीन हजार की इस चिप को पेट्रोल पंप पर 40 हजार रुपये में इंस्टॉल करता था। शुक्रवार को यूपी एसटीएफ की राजधानी के सात पेट्रोल पंपों पर छापेमारी में हुए घटतौली के फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद जो राज उजागर हुए हैं उसके मुताबिक, गिरफ्त में आया राजेंद्र कुमार अब तक प्रदेश भर के हजारों पेट्रोल पंप में यह चिप इंस्टॉल कर चुका है। जिसके बाद इसकी जांच का दायरा बढ़ता नजर आ रहा है। आम जनता के साथ हो रही इस बड़ी धोखाधड़ी का खुलासा एसटीएफ के करने के करीब 14 घंटे बाद जिला प्रशासन ने 7 पेट्रोल पंप के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और पुलिस ने 23 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने मौके से पंद्रह इलेक्ट्रानिक चिप और 29 रिमोट बरामद किये।

शराब ने खोल दिया फर्जीवाड़ा

कुर्सी रोड निवासी फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड राजेंद्र कुमार पेशे से इलेक्ट्रिशियन है। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार को राजेंद्र घर के करीब स्थित शराब की दुकान में शराब पी रहा था। इसी दौरान उसका वहां मौजूद दूसरे शराबी से झगड़ा हो गया। कहासुनी के बीच राजेंद्र ने उसे नीचा दिखाने के लिये अपने चिप वाले हुनर और उससे होने वाली मोटी कमाई को लेकर बयानबाजी कर दी। बताया जाता है कि राजेंद्र का यह बयान वहीं मौजूद एसटीएफ के एक मुखबिर ने भी सुन लिया और उसे एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक को बता दिया। जिसके बाद एसएसपी पाठक के निर्देश पर हरकत में आई एसटीएफ टीम ने राजेंद्र को कस्टडी में लेकर पूछताछ की तो पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया।

कानपुर में चिप की डिलीवरी

राजेंद्र ने बताया कि सात साल पहले पेट्रोल पंप की वेंडिंग मशीन में लगने वाली चिप के बारे में जानकारी मिली थी। उसने बताया कि चिप और उसे इंस्टॉल करने की तरकीब सीखने के लिये वह दिल्ली जा पहुंचा। दो दिन की ट्रेनिंग के बाद इस धंधे में कूद पड़ा। पहले यह चिप दिल्ली में ही मिलती थी। पर, बीते तीन साल से चिप कानपुर में भी मिलने लगी थी। उसने बताया कि यह चिप महज तीन हजार रुपये में मिलती थी, पर वह इसे मशीन में इस्टॉल करने के लिये पेट्रोल पंप मालिकों से 40 हजार रुपये तक वसूलता था। उसने बताया कि इस चिप में घटतौली का परसेंटेज पहले से फीड होता है। पंप मालिक की मांग के मुताबिक वह चिप इंस्टॉल करता था। उसने बताया कि उसने अब तक 6 परसेंट से लेकर 12 परसेंट तक घटतौली की चिप इंस्टॉल की हैं।

गैंग में तीन और साथी

फर्जीवाड़े के मास्टमारमाइंड राजेंद्र ने बताया कि दिल्ली से ट्रेनिंग लेने के बाद प्रदेश भर के पेट्रोल पंपों में चिप की भारी डिमांड थी। हर जगह वह पहुंच नहीं सकता था। लिहाजा, उसने अलग-अलग जिलों के तीन अन्य साथियों को गैंग में शामिल किया। वह चिप खुद खरीदता था और इन लोगों को देकर पेट्रोल पंपों में इंस्टॉल कराता था। एसटीएफ उसके तीनों फरार साथियों की तलाश कर रही है।

जिला प्रशासन करता रहा हीलाहवाली

एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद मौके से पकड़े गए गुनहगारों और बरामद चिप व रिमोट को शुक्रवार सुबह छह बजे जिला प्रशासन, बांट-माप विभाग और फूड एंड सिविल सप्लाई के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया। कार्रवाई खत्म होने के 14 घंटे के बाद दोषियों के खिलाफ प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कराई।

पेट्रोलियम मंत्री का ट्वीट: सख्त कार्रवाई होगी

यूपी एसटीएफ के इस बेहतरीन गुडवर्क ने न सिर्फ पूरे देश में भूचाल ला दिया है बल्कि केंद्र सरकार का पेट्रोलियम मंत्रालय भी हरकत में आ गया है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने ट्वीट किया कि पेट्रोलियम मंत्रालय व संबंधित कंपनियां घटतौली करने वाले पेट्रोल पंपों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगी। इसके अलावा मंत्री प्रधान ने एक और ट्वीट कर यूपी एसटीएफ को उनके इस गुडवर्क के लिये बधाई भी दी है।