JAMSHEDPUR: जमशेदपुर में भ्फ् किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी और जोरदार बारिश मौत का पैगाम लेकर आई। सोमवार की शाम लगभग ब्.फ्0 बजे काशीडीह हाई स्कूल की बाउंड्री गिरने से सड़क के किनारे सब्जी बेच रहीं तीन महिलाओं की दबने से मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सोमवार को दीवार के समीप बैठ कर चार महिलाएं सब्जी बेच रहीं थीं। जैसे ही आंधी और बारिश शुरू हुई, एक महिला बच्चे के साथ भाग कर सड़क के दूसरी ओर चली गई और बाकी तीनों महिलाएं सब्जी आदि समेट कर सड़क के दूसरी ओर जाने की तैयारी कर ही रहीं थीं कि दीवार गिर गई। मृतकों में पटमदा के लोकड़ो गांव निवासी ब्भ् वर्षीय पोतोई टुडू, बुरुडीह गांव की ब्ब् वर्षीय धोदरो हांसदा और जोबा गांव की ब्म् वर्षीय एक महिला शामिल हैं। तीनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। वहीं एक बाइक सवार दीवार की विपरीत दिशा में गिर गया, जिससे उसकी जान बच गई।

तत्काल नहीं मिली मदद

तीन महिलाओं के दीवार के नीचे दब जाने पर सड़क के दूसरी ओर भागी महिला ने बांग्ला भाषा में शोर मचाना शुरू कर दिया, लेकिन आंधी और बारिश के कारण लगभग आधे घंटे तक कोई महिलाओं को निकालने के लिए नहीं पहुंचा। इधर, शोर करती हुई महिला मदद मांगने के लिए बाराद्वारी में सब्जी बेच रहे अपने गांव के आस-पास लोगों के पास गई। कुछ देर बाद वह महिला पांच-छह और महिलाओं के साथ मौके पर पहुंची। तब तक लोग भी समझ गए थे कि दीवार के नीचे कोई दबा हुआ है। इसके बाद लोग मलबा हटाने लगे। चूंकि दीवार बड़े-बड़े टुकड़ों में गिरी थी, इसलिए मलबा हटाने में लगभग एक घंटा लग गया। महिलाओं को मलबे से निकाल लिए जाने के बाद पुलिस पहुंची। पुलिस ने पहुंचते ही एंबुलेंस मंगाने की व्यवस्था की। इसके बाद दो महिलाओं को पुलिस की गाड़ी में और एक महिला को एंबुलेंस में एमजीएम अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी और महिलाओं ने रास्ते ही दम तोड़ दिया था। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक मलबे से निकाले जाने तक तीनों में से एक महिला की सांस चल रही थी, लेकिन बाहर आने के तुरंत बाद उसने भी दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने पर सीओ सहित अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल व एमजीएम अस्पताल पहुंच कर घटना की जानकारी ली।

दीवार गिरने से हुई तेज आवाज

दीवार गिरने से तेज आवाज हुई और हादसे बची एक महिला के साथ पांच-छह अन्य महिलाओं ने भी शोर मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने बारिश के बीच ही मलबा शुरू कर दिया और तीन महिलाओं को मलबे से निकाल लिया। स्थानीय लोगों को आशंका थी कि ओर एक और महिला मलबे में दबी हो सकती है। इसके कारण जेसीबी बुलाने का शोर होने लगा। बारिश बंद होने के बाद लगभग छह बजे जेसीबी आई और पूरे मलबे को हटाया गया और लटका हुआ पेड़ भी गिरा दिया गया।

झाविमो ने की मुआवजे की मांग

मौके पर पहुंचे झाविमो नेताओं ने बिना मुआवजा के मलबा हटाने से मना कर दिया। फिर मौके पर साकची थाना प्रभारी सहित जुस्को के अधिकारी पहुंचे। साकची थाना प्रभारी ने उचित मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद पूरा मलबा हटा।

बिजली भी नहीं काटी गई

दीवार के बीच लटका हुआ पेड़ गिरने वाला था। पेड़ बिजली के तार के सहारे झूल रहा था, लेकिन घटना के डेढ़ घंटा बाद भी जुस्को ने बिजली नहीं काटी थी और जेसीबी से मलबा हटाने का काम किया रहा था। घटना के बाद बारिश बंद होते ही बस्ती के सैकड़ों महिला-पुरुष काशीडीह स्कूल के समीप पहुंच गए।