-टेस्ट मैच के बाद टी-20 में भी होगा स्पाइडर कैमरे का इस्तेमाल

KANPUR (21 Jan): इंडिया और इंग्लैंड के बीच 26 जनवरी को ग्रीनपार्क में होने वाले पहले टी-20 मैच में स्पाइडर कैमरा दर्शकों का रोमांच और बढ़ा देगा। शुक्रवार देर रात स्पाई कैमरा ग्रीनपार्क पहुंच गया और शनिवार को इसके ऑपरेटर्स ने इसकी लोकेशन भी चेक कर ली। गौरतलब है कि पिछले साल इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच हुए टेस्ट मैच में पहली बार ग्रीनपार्क में स्पाई कैम का इस्तेमाल किया गया था। मौजूदा सिरीज में अब तक सभी वनडे मैचों के दौरान स्पाई कैमरे का इस्तेमाल किया गया है। इटली के अल्बर्टो पोहतासो और जर्मनी के गैब्रियल ग्रेलवस्की ग्रीनपार्क में इस कैमरे को ऑपरेट करेंगे।

ऐसे काम करता है स्पाई कैमरा

स्पाइडर कैमरा खासतौर पर मैदान की हर एक्टिविटी को अलग एंगल से कवर करने के लिए लगाया जाता है। यह लोहे के मजबूत धागों पर पूरे स्टेडियम को कैप्चर करता है। इसे कंप्यूटर के जरिए कंट्रोल किया जाता है। हालांकि महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली इस कैमरे के इस्तेमाल पर आपत्ति जता चुके हैं, लेकिन टीवी पर मैच को और रोमांचक अंदाज में पेश करने के लिए यह ब्राडकास्टिंग टीम की बड़ी जरूरत बन गया है। टेस्ट मैच के दौरान कानपुर की जनता के लिए यह कौतूहल का विषय था।

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36 कैमरों से मैच का टेलीकास्ट

टी-20 मैच के हर पहलू को ग्रीनपार्क में लगाए जा रहे 36 हाईटेक कैमरों से कवर किया जाएगा। बीसीसीआई की ब्राडकास्टिंग टीम में शनिवार से कैमरे लगाने का काम भी शुरू कर दिया है। इन 36 कैमरों में से 4 कैमरे हॉकआई के हैं, जो खासतौर पर अंपायर डिसीजन रेफरल सिस्टम (यूडीआरएस) के लिए लगाए जा रहै हैं। यह पहला मौका है, जब ग्रीनपार्क में यूडीआरएस के लिए इन कैमरों को फिक्स किया गया है। इसकी मदद से अंपायर्स स्लो मोशन और कई एंगल्स से अंपायर के जजमेंट को रिव्यू कर सकेंगे।