- 12 फीसद पदों पर निरक्षरों ने दर्ज की जीत - जीतने वाले प्रत्याशियों में 18 प्रतिशत स्नातक - प्राइमरी से लेकर पीएचडी कर चुके नेता चलाएंगे शहरों की सरकार lucknow@inext.co.in LUCKNOW : चुनावों में मतदाताओं ने पीएचडी कर चुके नेताओं से लेकर अंगूठा छाप तक पर भरोसा जताया है। अब ये सब मिलकर शहर की सरकार चलाएंगे। चुनाव जीते कुल नेताओं में 12 फीसद ऐसे हैं निरक्षर और 18 प्रतिशत नेता स्नातक पास हैं। 16.66 प्रतिशत प्राइमरी पास नगरीय निकाय चुनाव में नगर निगम, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के कुल 12647 पदों पर प्रत्याशी चुने गए हैं। चुनाव जीतने वाले 12644 नेताओं की शिक्षा पर नजर डाले तो सबसे अधिक 18.13 परसेंट प्रत्याशी स्नातक हैं। दूसरे नंबर पर सबसे अधिक 16.66 फीसद प्राइमरी यानी पांचवी या उससे कम शिक्षित हैं। जबकि 15.35 फीसद नेताओं ने जूनियर हाईस्कूल यानी कक्षा आठ तक की ही शिक्षा प्राप्त की है। 12 फीसद निरक्षर प्रत्याशी चुनाव जीतने वालों में 12.11 फीसद नेता निरक्षर हैं। ये भी पीएचडी और पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके प्रत्याशियों के साथ बैठ सरकार चलाएंगे। इनमें सबसे अधिक अंगूठा छाप नगर पंचायत सदस्य चुनकर आए हैं। जबकि नगर पालिका परिषद के सदस्यों में भी 11.8 फीसद निरक्षर हैं। नगर पंचायत चेयरमैन में सात फीसद अंगूठा टेक हैं। प्रदेश में सात नगर पालिका परिषद ऐसी हैं जिनके चेयरमैन निरक्षर हैं। नगर निगमों में 7.8 प्रतिशत यानी 102 पार्षद ऐसे चुने गए हैं जो अंगूठा टेक हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार हाईस्कूल पास 11.15 प्रतिशत नेता चुनकर आए हैं। जबकि इंटर पास नेताओं का प्रतिशत 13.89 है। परास्नातक कर चुके नेताओं का प्रतिशत 7.17 है। प्रदेश में 33 उम्मीदवार ऐसे जीते हैं जिन्होंने पीएचडी की है। हालांकि प्रतिशत में इसकी तुलना की जाए तो यह मात्र 0.26 फीसद है, लेकिन नगर पंचायत सदस्यों से लेकर नगर निगम के मेयर तक सभी पदों पर इनका प्रतिनिधित्व है। -- जीतने वाले उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता शैक्षिक अर्हता संख्या प्रतिशत निरक्षर 1531 12.11 प्राइमरी 2107 16.66 जू.हाईस्कूल 1941 15.35 हाईस्कूल 1410 11.15 इंटरमीडिएट 1756 13.89 डिप्लोमा 113 0.89 स्नातक 2292 18.13 परास्नातक 907 7.17 पीएचडी 33 0.26 अन्य 554 4.38 ----- चुनाव जीतने वाले 72.5 प्रतिशत युवा इस बार के निकाय चुनावों में युवा नेताओं पर मतदाताओं ने अधिक भरोसा जताया है। चुनाव जीत कर नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों में पहुंचे 72.5 प्रतिशत नेता युवा हैं। इनकी उम्र 45 वर्ष से कम हैं। इनमें से करीब 38 फीसद नेता 35 वर्ष से कम उम्र के हैं। केवल चार प्रतिशत नेता ही ऐसे जीते हैं जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है। 23 प्रतिशत नेता ऐसे जीते हैं जिनकी उम्र 46 से 60 वर्ष के बीच की है। 16 मेयर में से चार की उम्र 60 से अधिक, सात मेयर 46 से 60, चार 36 से 45 और एक 35 से कम उम्र का है। जबकि 1300 पार्षदों में से 902 पार्षद 45 से कम उम्र के हैं। नेतओं की उम्र का विवरण उम्र संख्या प्रतिशत 21-35 4794 37.92 36-45 4371 34.57 46-60 2946 23.30 60 से अधिक 533 4.22 ----- साफ-सुथरी छवि वाले जीते निकाय चुनावों में साफ सुथरी छवि वाले नेताओं की सबसे अधिक जीत हुई है। जीतने वाले 95 प्रतिशत नेता ऐसे हैं जिनके खिलाफ एक भी मुकदमा दर्ज नहीं है। केवल दो फीसद नेता ऐसे हैं जिन पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। तीन प्रतिशत नेताओं ने इसकी जानकारी नहीं दी है। ----- चार प्रतिशत करोड़पति नगरीय निकाय चुनाव में करोड़पति नेता भी खूब जीते हैं। चार प्रतिशत नेता ऐसे हैं जिनकी संपत्ति एक करोड़ या अधिक हैं। जबकि 79 प्रतिशत ऐसे नेता चुनाव जीते हैं जिनकी अचल संपत्ति 25 लाख तक है। तीन प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने अपनी हैसियत शपथ पत्र में नहीं लिखी है। नेताओं की संपत्ति संपत्ति संख्या प्रतिशत 25 लाख तक 10022 79.26 25 से 50 लाख 1085 8.58 50 लाख से एक करोड़ 670 5.30 एक करोड़ से अधिक 495 3.91 आंकड़े उपलब्ध नहीं 372 2.94 ----- 39 फीसद महिलाओं ने लहराया परचम नगरीय निकाय चुनाव में महिलाओं का 33 फीसद आरक्षण हैं, लेकिन इस बार के चुनाव में 39 प्रतिशत महिलाएं चुनाव जीत कर आई हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अुनसार कुल 4954 पदों पर महिलाओं ने जीत दर्ज की है। जबकि 7690 पदों पर पुरुष नेता जीते हैं। हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में भी 39 फीसद सीटें महिलाओं ने जीतीं थीं।