- मंदिर में प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराने आए अंजान ने बचाई बच्ची की जान - निजी खर्चे से कराया बच्ची का इलाज, पुलिस और चाइल्ड लाइन को दी खबर - बच्ची को गोद लेने और उसका इलाज कराने के लिए सामने आए दंपति lucknow@inext.co.in LUCKNOW: मानकनगर थाना क्षेत्र में एक नवजात बच्ची नहर किनारे सड़क से दस फीट नीचे लावारिस हालत में मिली। चंद कदमों की दूरी पर मंदिर में भगवान की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा करा रहे व्यक्ति को उसके रोने के आवाज सुनाई दी, तो वह उसे तलाशते हुए वहां पहुंचा। इस व्यक्ति ने न केवल बच्ची को ट्रीटमेंट के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया बल्कि उसके इलाज में आए खर्च को भी खुद वहन किया। इंसानियत की मिसाल पेश करने वाले इस व्यक्ति की सूचना पर पहुंची पुलिस ने चाइल्ड लाइन को इस बारे में बताया, जिसके बाद कई दंपति बच्ची को गोद लेने के लिए मौके पर पहुंच गए। नहर किनारे मिली बच्ची गाजियाबाद के गोविन्दपुरम में रहने वाले पं। राम सुरेश पांडे अपने रिश्तेदार के यहां शहर आए हैं। आशियाना थाना क्षेत्र के वीआईपी रोड स्थित शिव मंदिर में वे शनिवार दोपहर हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करा रहे थे, तभी उनके कान में नवजात बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। वे उस आवाज को तलाशते हुए मंदिर के सामने से गुजरने वाली नहर के पास पहुंचे तो वहां रोड़ से दर फीट नीचे कपड़े में लिपटी नवजात बच्ची पड़ी थी। राम सुरेश ने राहगीरों को मदद से बच्ची को ऊपर लेकर आए और उसका ट्रीटमेंट कराने के लिए नजदीकी हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति देखकर उपचार करने से मना कर दिया। पुलिस को दी सूचना इसके बाद राम सुरेश ने पुलिस को इस बारे में सूचना दी और बच्ची को बाराबिरवा चौराहे पर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची मानकनगर पुलिस ने विधिक कार्रवाई कर इस बारे में चाइल्ड लाइन को सूचित किया। बाक्स दंपति ने लिया परवरिश का जिम्मा आलमबाग के पावर हाउस स्थित एलडी स्लीपर ग्राउंड में रहने वाले नि:संतान दंपति राजरानी और उनके पति राजकुमार ने अवध हॉस्पिटल में चल रहे बच्ची के इलाज में सहयोग के साथ उसकी परवरिश की बात कहते हुए बच्ची की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है। कोट बच्ची बाराबिरवा के पास लावारिस हालत में मिली है। डाक्टरों के अनुसार उसका जन्म आज सुबह ही हुआ है और उनकी नाल भी नहीं कटी गई है। ठंड के चलते उसे इंफेक्शन हो गया है। उसे इलाज के लिए अवध हॉस्पिटल के एनआईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है। अजित कुशवाहा, कोऑडिनेटर चाइल्ड लाइन