- अमृत योजना के तहत रोकी जाएगी पानी की बर्बादी

-हर व्यक्ति पर कम से कम 135 लीटर पानी की उपलब्धता होगी तय

VARANASI

शहर में कई एरिया ऐसे है जहां पानी की जमकर बर्बादी होती है। वहीं ऐसे भी एरिया है जहां लोगों को पानी की जबरदस्त किल्लत झेलनी पड़ती है। पानी अमृत समान है इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। पानी की इसी किल्लत को दूर करने और बर्बादी को रोकने के लिए अटल मिशन फॉर रिजूवनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत) योजना के तहत बनारस में वाटर सप्लाई के लिए विशेष काम किया जाएगा।

जल कल विभाग के सचिव एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि वाटर सप्लाई सुधार के लिए उनकी ओर से ब्70 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है। इसमें सभी सुविधाओं और समस्याओं को लेकर काम किया जाएगा। इसमें लीकेज को ठीक करना, अवैध कनेक्शन को वैध करना, वाटर मीटर लगाया जाना, बकाया वसूली और सभी घरों को वाटर सप्लाई से जोड़ने का काम किया जाएगा।

रुकेगी लीकेज और वाटर वेस्ट

बनारस में पानी की लीकेज और वाटर वेस्ट की सबसे ज्यादा परेशानी है। शहर की ज्यादा तर सड़के खराब होने के कारण वाटर सप्लाई भी डैमेज रहती है। अमृत योजना की फंडिंग से मिलने वाले बजट से वाटर सप्लाई में सुधार किया जाएगा। इसमें प्राथमिकता होगी कि लीकेज को ठीक किया जाए, शहर के सभी घरों में कनेक्शन हो, अवैध कनेक्शन को नियमित किया जाएगा। एक सर्वे के मुताबिक सिटी में मात्र भ्7 प्रतिशत घरों में वाटर कनेक्शन है। ज्यादातर लोग गंदे पानी की सप्लाई से परेशान हैं। इसे दूर करना जरूरी है।

सभी को क्फ्भ् लीटर पानी मिले

सर्वे के आधार पर प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम क्फ्भ् लीटर पानी को रोजना जरूरत होती है। अमृत योजना के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर व्यक्ति को जरूरत का पर्याप्त पानी उसे मिले।