PATNA : टॉपर्स घोटाला की जांच कर रही एसआईटी के सामने एक और नया घोटाला सामने आया है। वो है टेंडर घोटाला। जी हां, इस टेंडर घोटाले का मास्टर माइंड है विवेक। जो बिहार स्कूल इग्जामिनेशन बोर्ड के पूर्व चेयरमैन डा। लालकेश्वर प्रसाद का दामाद है और मगध युनिवर्सिटी के पूर्व वीसी अरूण कुमार का बेटा है। कमिशनखोरी के चक्कर में ससुर-दामाद ने मिलकर प्रश्न पत्र और उसकी कॉपी के लिए होने वाले टेंडर में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की है। जांच कर रही एसआईटी को इस बात के ठोस सबूत मिले हैं। टॉपर्स घोटाले के तार अब वेस्ट बंगाल की राजधानी कोलकाता से लेकर उत्तर प्रदेश के मथुरा तक जुड़ गई है।

- ब्0 से 80 लाख का कमाया कमिशन

मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र और कॉपियों की प्रिंटिंग का हर साल टेंडर होता है। कॉपियों की प्रिंटिंग मथुरा में स्थित मथुरा प्रिंटिंग प्रेस में की गई है। टेंडर के लिए मथुरा प्रिंटिंग प्रेस की ओर से ब् करोड़ रुपए की हाई रेट दी गई थी। जबकि कई दूसरे प्रिंटिंग प्रेस वालों की रेट इससे काफी कम थी। बावजूद इसके दामाद विवेक ने अपने ससुर लालकेश्वर को समझाया और मथुरा प्रिंटिंग प्रेस को कॉपियों के छापने का टेंडर दिलवा दिया। इस टेंडर के तहत क्0 से ख्0 परशेंट यानी ब्0 से 80 लाख रुपए की कमिशनखोरी की कमाई की गई है।

- कोलकाता और मथुरा गई टीम

एसआईटी की दो अलग-अलग टीमें कोलकाता और मथुरा गई हैं। कोलकाता प्रोसेसिंग यूनिट और मथुरा प्रिंटिंग प्रेस दोनों के मालिकों और मैनेजर सहित दूसरे स्टाफ से टीम ने पूछताछ की है। साथ ही कागजी तौर कर कई सबूत भी जुटाए हैं। फिलहाल जांच और पूछताछ के बाद दोनों ही टीमें वापस पटना के लिए रवाना हो गई हैं। एसएसपी के अनुसार दोनों के मालिकों से आगे भी पूछताछ होगी।

- फरार है विवेक

ससुर के साथ मिलकर टेंडर घोटाला करने वाला दामाद विवेक फरार है। पुलिस के अनुसार जिस दिन कोतवाली थाने में टॉपर्स घोटाले की एफआईआर दर्ज हुई थी। उसके बाद से ही विवेक फरार हो गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। एसआईटी का दावा है कि जल्द ही विवेक को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

टेंडर के नाम पर लालकेश्वर ने अपने दामाद विवेक के साथ मिलकर एक और घोटाला किया है। जिसके पुख्ता सबूत भी हैं। एसआईटी की टीम जांच करने कोलकाता और मथुरा गई है।

मनु महाराज, एसएसपी पटना