भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी विशेश्वर ओझा को शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे अपराधियों ने गोली मार दी, जिससे वे घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें रेफरल अस्पताल शाहपुर ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में मौत हो गई। गोलीबारी में ड्राइवर समेत दो लोगों को भी गोली लगी है। घटना शाहपुर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा बाजार में उस वक्त घटी, जब विशेश्वर ओझा लोगों से बातचीत कर रहे थे। तभी डेढ़ दर्जन से ज्यादा हथियारबंद अपराधी अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। इस घटना में उन्हें तीन गोली लगी। एक सीने में और दो अन्य जगहों पर. 

मुखिया कमलदेव ओझा भी घायल
गोलीबारी में उनके चालक के अलावा ब्रह्मपुर के देवकुली पंचायत के मुखिया कमलदेव ओझा भी घायल हो गए। विशेश्वर ओझा को लोग इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लेकर जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई। हालांकि रेफरल अस्पताल पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों का इलाज यहीं चल रहा है। इससे पूर्व गुरुवार की रात तरैया थाना क्षेत्र के गंडार पुल के पश्चिम स्टेट हाईवे-73 पर अपराधियों ने भाजपा नेता केदार सिंह को गोली मार हत्या कर दी। घटना के वक्त वे बाइक से मशरक के बंगरा में अपनी बहन के घर से लौट रहे थे। फिलहाल हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है.

गैंगवार का परिणाम है हत्या : एडीजी

विशेश्वर ओझा की हत्या को पुलिस मुख्यालय ने गैंगवार का नतीजा बताया है। एडीजी सुनील कुमार ने कहा कि विशेश्वर के खिलाफ एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं केदार सिंह की हत्या के मामले में कहा कि उनका किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं था। फिलहाल दोनों हत्याकांडों में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है.

72 घंटे का अल्टीमेटम
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने राज्य सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि 72 घंटे के भीतर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया तो सरकार को भाजपा चैन से नहीं बैठने देगी. 
पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी कहा कि मुख्यमंत्री केवल अपराध नियंत्रण के लिए समीक्षा कर रहे हैं, लेकिन अपराधी बेलगाम हैं। राज्य में अपराध नियंत्रण करने में सरकार फेल है. 
नेता प्रतिपक्ष डॉ। प्रेम कुमार ने हत्या की निंदा करते हुए कहा है कि यह लोकतंत्र की हत्या है। ४वरिष्ठ भाजपा नेता नंद किशोर यादव ने कहा है कि अब बिहार में सीधे तौर पर राजनीतिक विरोधियों की हत्या करने का खुला खेल शुरू हो गया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद डॉ। सीपी ठाकुर ने कहा कि अपराधी बेखौफ हो गए हैं, कानून-व्यवस्था का खौफ नहीं रह गया है. 
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में आतंक का राज है। जनता के प्रतिनिधि मारे जा रहे हैं। फिर भी मुख्यमंत्री बेशर्मी से 'सब कुछ ठीक हैÓ का राग अलाप रहे हैं. 
प्रदेश लोजपा अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि अब बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। मुख्यमंत्री तत्काल इस्तीफा दें. 
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ। अरुण कुमार ने कहा कि ओझा की हत्या भी सरकार के इशारे पर की गई। सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि राष्ट्रपति शासन ही विकल्प बचा है.

Past history
1990 में उठा ली थी बंदूक, पुलिस पर हमला व गोलीबारी समेत कुल 15 मामले दर्ज
1994 में विशेश्वर ओझा पर दर्ज हुआ पहला केस, 25 हजार का इनाम था घोषित
2000 में अपराध जगत में बाहुबली विशेश्वर ओझा की बोलने लगी थी तूती
2005 के विधानसभा चुनाव में अपनी पत्नी शोभा देवी को जदयू के टिकट पर उतारा
रसूख का इस्तेमाल कर अपने भाई की पत्नी को भी बीजेपी का टिकट दिलवाया.
2006 में दिल्ली के सरोजनी नगर से पुलिस की विशेष शाखा उन्हें किया था अरेस्ट
2009 में 25 हजार नकद, 18 लाख की कृषि योग्य भूमि के मालिक थे विशेश्वर
2013 में आरा-बक्सर स्थानीय निकाय का विधान परिषद का चुनाव भी लड़ा

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी विशेश्वर ओझा को शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे अपराधियों ने गोली मार दी, जिससे वे घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें रेफरल अस्पताल शाहपुर ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में मौत हो गई। गोलीबारी में ड्राइवर समेत दो लोगों को भी गोली लगी है। घटना शाहपुर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा बाजार में उस वक्त घटी, जब विशेश्वर ओझा लोगों से बातचीत कर रहे थे। तभी डेढ़ दर्जन से ज्यादा हथियारबंद अपराधी अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। इस घटना में उन्हें तीन गोली लगी। एक सीने में और दो अन्य जगहों पर. 

 

मुखिया कमलदेव ओझा भी घायल

गोलीबारी में उनके चालक के अलावा ब्रह्मपुर के देवकुली पंचायत के मुखिया कमलदेव ओझा भी घायल हो गए। विशेश्वर ओझा को लोग इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लेकर जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई। हालांकि रेफरल अस्पताल पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों का इलाज यहीं चल रहा है। इससे पूर्व गुरुवार की रात तरैया थाना क्षेत्र के गंडार पुल के पश्चिम स्टेट हाईवे-73 पर अपराधियों ने भाजपा नेता केदार सिंह को गोली मार हत्या कर दी। घटना के वक्त वे बाइक से मशरक के बंगरा में अपनी बहन के घर से लौट रहे थे। फिलहाल हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।

 

गैंगवार का परिणाम है हत्या : एडीजी

 

विशेश्वर ओझा की हत्या को पुलिस मुख्यालय ने गैंगवार का नतीजा बताया है। एडीजी सुनील कुमार ने कहा कि विशेश्वर के खिलाफ एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं केदार सिंह की हत्या के मामले में कहा कि उनका किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं था। फिलहाल दोनों हत्याकांडों में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।

 

72 घंटे का अल्टीमेटम

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने राज्य सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि 72 घंटे के भीतर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया तो सरकार को भाजपा चैन से नहीं बैठने देगी. 

पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी कहा कि मुख्यमंत्री केवल अपराध नियंत्रण के लिए समीक्षा कर रहे हैं, लेकिन अपराधी बेलगाम हैं। राज्य में अपराध नियंत्रण करने में सरकार फेल है. 

नेता प्रतिपक्ष डॉ। प्रेम कुमार ने हत्या की निंदा करते हुए कहा है कि यह लोकतंत्र की हत्या है। ४वरिष्ठ भाजपा नेता नंद किशोर यादव ने कहा है कि अब बिहार में सीधे तौर पर राजनीतिक विरोधियों की हत्या करने का खुला खेल शुरू हो गया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद डॉ। सीपी ठाकुर ने कहा कि अपराधी बेखौफ हो गए हैं, कानून-व्यवस्था का खौफ नहीं रह गया है. 

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में आतंक का राज है। जनता के प्रतिनिधि मारे जा रहे हैं। फिर भी मुख्यमंत्री बेशर्मी से 'सब कुछ ठीक हैÓ का राग अलाप रहे हैं. 

प्रदेश लोजपा अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि अब बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। मुख्यमंत्री तत्काल इस्तीफा दें. 

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ। अरुण कुमार ने कहा कि ओझा की हत्या भी सरकार के इशारे पर की गई। सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि राष्ट्रपति शासन ही विकल्प बचा है।

 

Past history

1990 में उठा ली थी बंदूक, पुलिस पर हमला व गोलीबारी समेत कुल 15 मामले दर्ज

1994 में विशेश्वर ओझा पर दर्ज हुआ पहला केस, 25 हजार का इनाम था घोषित

2000 में अपराध जगत में बाहुबली विशेश्वर ओझा की बोलने लगी थी तूती

2005 के विधानसभा चुनाव में अपनी पत्नी शोभा देवी को जदयू के टिकट पर उतारा

रसूख का इस्तेमाल कर अपने भाई की पत्नी को भी बीजेपी का टिकट दिलवाया।

2006 में दिल्ली के सरोजनी नगर से पुलिस की विशेष शाखा उन्हें किया था अरेस्ट

2009 में 25 हजार नकद, 18 लाख की कृषि योग्य भूमि के मालिक थे विशेश्वर

2013 में आरा-बक्सर स्थानीय निकाय का विधान परिषद का चुनाव भी लड़ा