- बनारस में साल 2012 के बाद नहीं हुई है गाइडों की भर्ती

-लाखों पर्यटकों के लिए मौजूद हैं महज 100 वैध गाइड

VARANASI

दुनिया की प्राचीनतम नगरी में शामिल काशी पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है। इसके महत्व को समझते हुए बीते कुछ वर्षो में केंद्र और प्रदेश सरकारों ने भी बनारस के पर्यटन स्थलों के विकास पर खूब ध्यान दिया है। उन्हें आकर्षक बनाने के साथ वहां तक पहुंचने का मार्ग सुगम किया। लेकिन उन स्थलों तक पर्यटकों को ले जाने और उनके बारे में बताने वाले गाइडों के इंतजाम पर ध्यान नहीं दिया। आप जानकर चौंक जाएंगे कि बनारस में वर्ष-2012 के बाद गाइडों की भर्ती हुई ही नहीं।

60 गाइडों की भर्ती

विदेशी पर्यटकों को घुमाने के लिए पर्यटन विभाग बाकायदा गाइडों की भर्ती करता है। उन्हें ट्रेनिंग के बाद लाइसेंस देता है। आवेदन के बाद परीक्षा पास करने वाले कैंडिडेट्स का इंटरव्यू होता है और उन्हें चुना जाता है। कई सत्रों में तीन से छह महीने की ट्रेनिंग देने के बाद उन्हें वैध गाइड का लाइसेंस दिया जाता है। इनका पुलिस वेरिफिकेशन भी होता है। वर्ष-2012 में 60 गाइडों की भर्ती की गई थी। उससे पहले यह भर्ती 2008 में हुई थी।

'अवैध' बनने को मजबूर

टूरिस्ट गाइड बनने का सपना सजोने वाले युवक लाइसेंस नहीं मिलने से मजबूर होकर अवैध गाइड बनने पर मजबूर हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, घाट पर टूरिस्ट की तलाश में भटकते हैं। ट्रैवेल एजेंसियों के जरिए भी उन्हें टूरिस्ट मिल जाते हैं। भले ही ये लाख ईमानदारी से काम करें लेकिन अवैध का ठप्पा लगा ही रहता है। कई बार ऐसा भी हुआ कि आपराधिक प्रवृत्ति वाले गाइड बनकर टूरिस्ट को अपना शिकार बनाते हैं और पुलिस का कहर मेहनत और ईमानदारी से काम करने वालों पर टूटता है।

मुकदमे ने अटकाया रोड़ा

पर्यटन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि उत्तर प्रदेश और केंद्र के टूरिस्ट गाइडों के बीच कार्यक्षेत्र को लेकर चल रही मुकदमेबाजी भी नई भर्ती में रोड़ा बनी हुई है। मौजूदा हाल यह है कि बनारस के लगभग 100 गाइड पर्यटकों को लेकर पूरे प्रदेश में घूमते हैं। ऐसे में कई बार बनारस में गाइड उपलब्ध नहीं होते। मजबूरन पर्यटकों को होटलों और ट्रैवेल एजेंसियों के बुलाए हुए अवैध और अनट्रेंड गाइडों का सहारा लेना पड़ता है।

बोलते आंकड़े

50 लाख से ज्यादा पर्यटक बनारस आते हैं एक साल में

59 लाख पर्यटकों ने 2016 में दर्ज कराई थी मौजूदगी

12 से ज्यादा दर्शनीय स्थल बनारस और आसपास के क्षेत्रों में हैं

500 से ज्यादा आवेदक कर रहे गाइड भर्ती खुलने का इंतजार

2012 में बनारस में हुई थी 60 गाइडों की भर्ती

बयान

टूरिस्ट गाइड की भर्ती के बाद प्रशिक्षण भी दिया जाता है। प्रदेश सरकार के आदेश के बाद भर्ती शुरू होगी तब तक अभ्यर्थियों को इंतजार करना होगा।

विकास नारायण, सहायक पर्यटन अधिकारी, वाराणसी