कैबिनेट मंत्री के निरीक्षण में सामने आई सच्चाई

ALLAHABAD: जिन सीएचसी-पीएचसी पर मरीजों का इलाज होना था वहां डॉक्टरों की लापरवाही से शराबखोरी और जुआ के अड्डे बन गए हैं। डॉक्टर और स्टाफ पहुंचते नही तो अराजकतत्वों ने अपना वर्चस्व कायम कर लिया। मेन गेट पर ताला पड़ा होने से मरीजों को इलाज के लिए शहर के हॉस्पिटल आना पड़ता है। यह सच्चाई महिला कल्याण व पर्यटन मंत्री डॉ। रीता बहुगुणा जोशी के औचक निरीक्षण में सामने आई। इस पर उन्होंने सीएमओ सहित तमाम अधिकारियों को जमकर लताड़ा।

हालात देखकर चकित हो गई मंत्री

डॉ। रीता शनिवार को चाका ब्लाक अंतर्गत ददरी तालुका नवगवा स्थित पीएचसी पहुंची तो उसके मुख्य भवन में ताला जड़ा नजर आया। यह देख वह भड़क गई। उन्होंने सीएमओ डॉ। आलोक वर्मा व सीएचसी चाका अधीक्षक वीके मिश्र को फटकार लगायी। ग्रामीण ने कहा कि पीएचसी में पिछले अठारह महीनों से ताला पड़ा हुआ है। मरीजों का इलाज होने के बजाय यहां पर जुआडि़यों का जमावड़ा लगता है और शराबखोरी होती है। विभागीय अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई, परंतु कोई परिणाम नहीं निकला। डॉ। रीता ने केन्द्र का ताला खुलवाकर देखा तो कक्ष में कई शराब की बोतलें पड़ी मिली। इसके पहले डॉ। रीता ने सीएचसी चाका का निरीक्षण किया। वहां परिसर में हर ओर गंदगी व्याप्त रही। नवजात बच्चों को गंदे कपड़े में ढककर रखा गया था। बेड की चद्दर फटी थी। यहां तैनात आठ में छह डॉक्टर नदारत रहे। सफाईकर्मी भी मौके से नदारद था।

हुई दस्तावेजों की जांच

मरीजों ने बताया कि डॉक्टर समय से नही आते और इसके प्राइवेट हॉस्पिटल की सेवाएं लेनी पड़ती हैं। डॉ। जोशी ने मौके पर जरूरी कागजों की जांच की। एक घंटे के निरीक्षण के बाद जसरा मंडी का निरीक्षण किया गया। वहां पेयजल व शेड की उचित व्यवस्था नही थी। सात मई से गेंहू की खरीद हो रही है। गेहूुं खरीद का लक्ष्य 28 हजार क्विंटल होने के बजाय केवल 7500 कुंतल की खरीद पाई गई।