-एक के बाद एक हाउसिंग प्रोजेक्ट के कारण टाउनशिप बनती जा रही है शताब्दी नगर

-इस टाउनशिप में एक लाख से ज्यादा लोगों के बसने की उम्मीद

-जितनी बड़ी होती जा रही है टाउनशिप, उतने ही संकरे हैं इसके रास्ते

-शताब्दी नगर में बसने वाले लोगों के लिए बड़ी समस्या बन सकती है ट्रैफिक

KANPUR: शताब्दी नगर व इसके आसपास केडीए एक बड़ी टाउनशिप बसाने की तैयारी कर चुका है। जिसमें चार मंजिला, पांच मंजिला और हाईराइज मल्टीस्टोरी बनाकर केडीए एक लाख की आबादी बसाने जा रहा है। पर केडीए की ये हाउसिंग स्कीम जितनी बड़ी है, इस हाउसिंग स्कीम तक पहुंचने के लिए उतने ही संकरे रास्ते हैं, जिनके बूते ट्रैफिक लोड को संभाल पाना मुमकिन नहीं है। अगर केडीए इंजीनियर्स ने अभी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो शताब्दी नगर में बसने वाले लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। शायद इस बात का अंदेशा केडीए को भी हो गया है। तभी तो इस योजना के लिए अन्य रोड तलाशने और मौजूदा रोड्स की वाइडनिंग को लेकर केडीए इंजीनियर भी सिर खपाने में लगे हुए हैं।

प्लॉट, फ्लैट, स्टेडियम और बहुत कुछ

केडीए अब तक का अपना सबसे बड़ा हाउसिंग प्रोजेक्ट अफोर्डेबल हाउस स्कीम लांच कर चुका है। इस प्रोजेक्ट के तहत शताब्दी नगर में ब्क्ख्8 ईडब्ल्यूएस, ख्0क्म् एलआईजी और क्ख्क्म् एमआईजी फ्लैट हैं। जिनके अलॉटमेंट फॉ‌र्म्स भी बिकना शुरू हो गए। शताब्दी नगर में पहले ही केडीए लगभग ब्000 प्लॉट्स का अलॉटमेंट कर चुका है। शताब्दी नगर से ही सटे हुए पनकी गंगागंज में मान्यवर कांशीराम आवासीय योजना के अन्तर्गत ख्000 मकान बनाए जा चुके हैं। वहीं दूसरी ओर शताब्दी नगर से सटे जवाहरपुरम में समाजवादी आवास योजना के अन्तर्गत ख्000 फ्लैट्स के लिए केडीए में न केवल खाका खींचा जा चुका है, बल्कि डिजाइन भी लगभग बनकर तैयार हो चुकी है। प्लॉट, फ्लैट और मकानों के अलावा केडीए ने शताब्दी नगर में ही स्टेडियम, डेंस ग्रीन बेल्ट और बची जमीन पर प्लॉट्स, मल्टीस्टोरी आदि की प्लानिंग करने में जुटा हुआ है।

रोड्स देखकर होगी निराशा

कुल मिलाकर शताब्दी नगर व इसके आसपास केडीए एक बड़ी टाउन शिप बसाता जा रहा है। जिसमें करीब एक लाख की आबादी बस सकती है। लेकिन अगर इस टाउनशिप में जाने वाली मौजूदा रोड्स के हालात देखे तो काफी निराशा होगी। ये टाउनशिप जितनी बड़ी है फिलहाल रोड्स उतनी ही संकरी हैं। पनकी स्थित फेमस पंचमुखी मंदिर से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर शताब्दी नगर है। पनकी स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर जाने के लिए अच्छी खासी चौड़ी जीटी रोड कल्याणपुर -पनकी रोड है, जो खस्ताहाल है। इस रोड पर बना पुल संकरा और काफी जर्जर हो चुका है। इसके अलावा कालपी रोड पर विजय नगर चौराहा होते हुए अर्मापुर नहर किनारे से व इससे आगे भाटिया तिराहा होकर भी पनकी मंदिर जाया जा सकता है। पर असली समस्या पनकी मंदिर से शताब्दी नगर को जाने वाली रोड है। पनकी मंदिर से कुछ दूरी पर पॉवर हाउस से निकलने वाली राख का तालाब है। इस तालाब के किनारे से शताब्दी नगर होकर जाने वाली रोड है। जो एक तरह से शताब्दी नगर को जोड़ने वाली मेन रोड होगी। इस रोड के एक किनारे पॉवर हाउस की राख का तालाब है और दूसरी तरफ दीवार है। फिलहाल इस रोड का मेटल पोर्शन लगभग म् मीटर का है। इस रोड के एक साइड दीवार होने के कारण वाइडनिंग मुश्किल है। रोड के दूसरी तरफ राख के तालाब किनारे जंगली पेड़ हैं। शताब्दी नगर स्कीम के लिए एक अन्य रोड पनकी स्टेशन से सटकर जाता है, जिसकी चौड़ाई तो और भी कम है। केडीए इंजीनियर्स की मानें तो ये रोड करीब ब् मीटर चौड़ी होगी। रेलवे स्टेशन के कारण इस रोड की वाइडनिंग स्कीम टेढ़ी खीर है और शताब्दी नगर तक इस रोड की लंबाई भी कम से कम फ् किलोमीटर होगी। तीसरा रास्ता जवाहरपुरम से है। जवाहरपुरम से होकर शताब्दी नगर आने-जाने में कानपुराइट्स को बहुत अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी।

बड़ी मुश्किल होगी

करीब एक लाख की आबादी वाले शताब्दी नगर टाउनशिप के बसने पर हर दिन हजारों की संख्या में बाइक, कारों का आवागमन भी होना तय है। फिलहाल जो रोड्स हैं, वह इस ट्रैफिक रश के लिए नाकाफी है। इससे केडीए इंजीनियर भी वाकिफ हैं। इसी वजह से वह शताब्दी नगर को जाने के लिए अन्य रोड्स की संभावनाओं और मौजूदा रोड्स की वाइडनिंग को लेकर माथापच्ची करने में जुटे हैं। लोगों का कहना है कि अगर केडीए ऑफिसर्स ने इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो आगे चलकर शताब्दी नगर ही नहीं पनकी के लोगों को भी भयावह ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझना पड़ेगा।

इन संभावनाओं पर माथापच्ची

केडीए ऑफिसर फिलहाल पनकी पॉवर हाउस की राख के तालाब से सटकर जाने वाले रोड की वाइडनिंग की संभावनाएं तलाश रहे हैं। तालाब किनारे जंगली पेड़ काटकर और तालाब के लिए पक्की दीवार बनाकर शेष बचे हिस्से की वाइडनिंग की जा सकती है। पर तालाब किनारे की जमीन और दीवार बनाने के लिए पनकी पॉवर हाउस की परमीशन जरूरी है। दूसरी संभावना कालपी रोड स्थित अर्मापुर लोअर गंगा कैनाल किनारे से शताब्दी नगर स्कीम तक जाने वाली रोड की है। केडीए इंजीनियर जिसकी लंबाई करीब भ्.भ् किलोमीटर बता रहे हैं। फिलहाल कालपी रोड स्थित अर्मापुर नहर से लेकर पनकी -कल्याणपुर रोड पर बने लोअर गंगा कैनाल पुल तक एक साइड सड़क बनी हुई है। मौजूदा इस रोड को सही और चौड़ी करने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। क्योंकि पनकी-कल्याणपुर रोड पर लोअर गंगा कैनाल के जर्जर पुल की जगह केडीए करीब फोरलेन ब्रिज बनवा रहा है। लेकिन समस्या इस ब्रिज से शताब्दी नगर स्कीम के मोड़ तक की जमीन है। एक तरफ पनकी पॉवर हाउस और दूसरी आवास विकास है। इस रोड के लिए जमीन मिलती है या नहीं।

शताब्दी नगर व आसपास केडीए की स्कीम

हाउसिंग स्कीम- प्लॉट/ मकान/ फ्लैट

मान्यवर कांशीराम- ख्000

अफोर्डेबल हाउस- 7फ्म्0

बहुमंजिला इमारतों में एलआईजी फ्लैट- क्ख्00

ईडब्ल्यूएस, एलआईजी आदि प्लॉट- ब्000

समाजवादी आवास योजना- ख्000 फ्लैट