- बसों के बाद अब ऑफिसर्स की भी होगी मोबाइल फोन ट्रैकिंग

- मुख्यालय से आरएम को इस संबंध में मिला लेटर

BAREILLY: रोडवेज पैसेंजर्स को बेहतर फैसिलिटीज देने के साथ अपने ऑफिसर्स पर पैनी नजर रखने के लिए परिवहन निगम ने एक और हाईटेक कदम उठाया है। बसों की ट्रैकिंग व्यवस्था शुरू होने के बाद अब ऑफिसर्स की भी ट्रैकिंग की जाएगी। इस संबंध में बरेली के आरएम को मुख्यालय से लेटर प्राप्त हो चुके हैं। बहुत जल्द ही यह सर्विस बरेली रीजन में चालू हो जाएगी। मुख्यालय का ऐसा मानना है कि ट्रैकिंग प्रणाली से ऑफिसर्स अपने काम के प्रति काफी एक्टिव रहेंगे और अभी तक जो लापरवाही सामने आती थी वह कम होगी।

मोबाइल ट्रैकिंग से जुड़ेंगे ऑफिसर्स

रोडवेज के सभी ऑफिसर्स को मोबाइल फोन टै्रकिंग सिस्टम से जोड़ने के लिए एमडी ने आरएम को दो दिन पहले लेटर भेजे हैं। लेटर के अनुसार डिपो के सभी ऑफिसर्स और नियंत्रित प्रवर्तन दल के यातायात अधीक्षकों को ट्रैकिंग प्रणाली से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सभी ऑफिसर्स को एंड्रॉयड फोन रखने होंगे, जिसके जरिए मोबाइल फोन ट्रैकिंग प्रणाली शुरू की जा सकेगी।

आईटीएमएस योजना के अंतर्गत

ट्रैकिंग सर्विस, इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) योजना के अंतर्गत शुरू की जा रही है। इसी योजना के तहत बसों की भी ट्रैकिंग व्यवस्था स्टार्ट की गई थी। रोडवेज के एआरएम प्रशासन नीरज अग्रवाल ने बताया कि मुख्यालय के निर्देशानुसार ऑफिसर्स के स्मार्ट फोन में कुछ स्पेसिफिक फीचर्स मौजूद होने चाहिए। इनमें ब् मेगा पिक्सल कैमरा, ब् इंच मिनिमम स्क्रीन और फ्जी सर्विस फोन में होना जरूरी है।

एमडी करेंगे मॉनीटरिंग

ऑफिसर्स के स्मार्टफोन जीपीआरएस के जरिए मुख्यालय सर्वर रूम से कनेक्ट रहेंगे। इसकी मॉनीटरिंग खुद परिवहन निगम के एमडी करेंगे। इससे ऑफिसर्स काम के प्रति लापरवाही नहीं बरत सकेंगे। यही ऑफिसर्स पर ट्रैकिंग सिस्टम शुरू करने का मेन उद्ेश्य है। अभी तक डिपो और शहर से गायब रहने वाले ऑफिसर्स की कोई बहानेबाजी नहीं चल सकेगी क्योंकि इस सिस्टम के बाद उनके हर एक्टिविटी पर आला अधिकारियों की नजर होगी।

ट्रैकिंग सिस्टम के लिए सभी ऑफिसर्स के पास स्मार्ट फोन होने जरूरी हैं। इस संबंध में मुख्यालय से निर्देश मिले हैं। सभी ऑफिसर्स को मोबाइल फोन ट्रैकिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा।

एसके शर्मा, आरएम, रोडवेज